बैंक कर्मचारी संघ ने कहा- RBI की वजह से कैश की कमी, गवर्नर को हटाया जाए
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) ने गुरुवार को रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर उर्जित पटेल को हटाने की मांग की। बैंक कर्मचारी संघ ने आरबीआई पर उपेक्षापूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि केंद्रीय बैंक के इसी रवैये के कारण देशभर में एटीएम खाली पड़े हुए है। संघ की ओर से जारी एक बयान में एआईबीईए महासचिव सी. एच. वेंकटचलम ने कहा, “आरबीआई अप्रासंगिक बन गया है क्योंकि यह सरकार का पिछलग्गू बना हुआ है और स्वतंत्र रूप से अपनी शक्तियों का इस्तेमाल नहीं करता है।” उन्होंने कहा, “हर मसले पर आरबीआई कमजोर साबित हो रहा है। इसलिए अब आरबीआई गवर्नर को अपनी गलती स्वीकार कर इस्तीफा दे देना चाहिए या उन्हें हटा देना चाहिए। आरबीआई बिल्कुल शिथिल हो गया है।”
एटीएम में पर्याप्त करेंसी नोट होने का दावा करने के पटेल के बयान पर वेंकटचलम ने कहा, “तो करेंसी नोट कहां गया? क्या आरबीआई को जांच नहीं करवाना है? क्या उसे यह सुनिश्चित नहीं करना है कि बैंकों के पास ग्राहकों की जरूरतों की पूर्ति के लिए पर्याप्त नकदी हो।” उन्होंने कहा कि नोटबंदी के 16 महीने बाद भी बैंकों के कई एटीएम को अब तक नए नोटों के लिए रीकैलिब्रेट यानी नोट के डिजाइन के अनुसार तकनीकी परिवर्तन नहीं किया गया है।
गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से एटीएम में कैश की कमी से लोग काफी परेशान हैं। देश के कई राज्यों में एटीएम में कैश की कमी को लेकर वित्त मंत्री ने पिछले दिनों कहा था कि कुछ खास इलाकों में एटीएम में कैश की कमी है जिसे जल्द दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। विपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार की काफी आलोचना की है। कैश की कमी के चलते एक बार फिर से देश में नोटबंदी जैसे हालात पैदा हो गए हैं। ऐसे में बैंक कर्मचारी संघ ने रिजर्व बैंक के गवर्नर को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है और उन्हें हटाने की मांग की है।