बॉल लगने से टूटा दांत, उठाकर जेब में रखा और फिर से शुरू कर दी बल्लेबाजी…
भारतीय क्रिकेट टीम के पहले कप्तान सीके नायडू ने टीम इंडिया को नई दशा और दिशा दी। सीके नायडू बेहद ही जीवट किस्म के खिलाड़ी थे। इसका अंदाजा आप उस किस्से से लगा सकते हैं, जब बल्लेबाजी करते हुए चोटिल होने के बावजूद नायडू ने खेल जारी रखा। ये ऐसा वाकया था, जिसके बाद नायडू का सम्मान क्रिकेट जगत में और भी ज्यादा हो गया।
जी हां, हुआ यूं कि एक घरेलू क्रिकेट मैच में दादू फडकर ने नायडू को बाउंसर फेंकी। इस गेंद को नायडू ने आगे बढ़कर खेला। बॉल सीधे नायडू को दांत पर लगी और वो टूटकर पिच पर गिर गया। इसे देख फील्डिंग कर रहे माधव आप्टे उनकी ओर दौड़े और नायडू का हाल-चाल पूछा।
नायडू ने कहा कि ‘सब ठीक है’ और ऐसा कहकर उन्होंने पिच पर पड़े अपने दांत को उठाकर जेब में रखा और फिर से बल्लेबाजी करने लगे। जीवट किस्म के इस बल्लेबाज ने उस मैच में अर्धशतक जड़ा।