बिना ताबूत, तिरंगे के लाया गया शहीदों का शव? ट्विटर पर शेयर हो रही तस्वीरों से उठा सवाल
अरूणांचल के पटोगर मे हुए हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद हुए जवानों के शवों को राजसी सम्मान देने के बजाय कागज के गत्तों में लपेटे जाने से लोगों ने नाराजगी जाहिर की है। शहीद जवानों की तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। यह तस्वीर लेफ्टिनेंट एचएस पनाग द्वारा पोस्ट की गई है। जिनमें शहीद जवानों के शवों को लकड़ी और कागज के गत्तों में लपेटकर उनके घर पहुंचाया गया है। जबकि नियम यह है कि शहीद जवानों के शव को तिरंगे में लपेटकर ताबूत में बंद करके बड़े सम्मान के साथ उनके घरों तक पहुंचाया जाता है। अब जबकि जवानों के शवों को इस तरह से परिजनों को सौंपा गया है, उसको लेकर आम लोगों में काफी गुस्सा है।
सबसे ज्यादा लोगों का गुस्सा सोशल मीडिया पर देखने को मिल रहा है। सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि राष्ट्रवादी भारत में जो सैनिक देश की सेवा करते हुए शहीद हो जाते हैं उन्हें इस प्रकार घर वापस लाया जाता है। यह बहुत ही शर्मनाक है। कुछ लोगों ने सरकार से सवाल किया कि इस तरह हम अपने सैनिकों के शवों के साथ व्यवहार करते हैं। हम किस प्रकार के राष्ट्रवादी हैं?
ट्वीटर पर एक यूजर ने लिखा, ”जिस देश में जिंदा सैनिकों के खाना मांगने पर उन्हें सेना से निकाल दिया जाता है, और एक सैनिक के पिता अखलाक के हत्यारे को तिरंगे में लपेटा जाता है। उस देश में ऐसा ही होता है।” दूसरे यूजर्स ने लिखा, ”यह बहुत ही शर्मनाक और बेहूदा है। आम नागरिक की तो छोड़ो, कम से कम राष्ट्रीय हीरो इस तरह के व्यवहार के हकदार नहीं है।”