भागलपुर: आईजी, डीआईजी, एसएसपी के कैम्प के बावजूद तनाव जारी, धारा 144 लागू
भागलपुर में शनिवार शाम हुए उपद्रव के बाद नाथनगर इलाके में जीवन पटरी पर लौट रही है। लोग घरों से निकलकर बाजार से अपनी जरूरत के सामान खरीदने निकले हैं। वैसे एसडीओ सुहर्ष भगत के आदेश पर अभी भी धारा 144 लगी हुई है। शहर के 25 जगहों पर मजिस्ट्रेट के साथ-साथ सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती की गई है। प्रशासन ने फिलहाल इंटरनेट सेवा भी बंद करा दिया है, ताकि अफवाहों पर काबू पाया जा सके। इलाके में दंगा निरोधक दस्ता और बीएमपी और जिला पुलिस के जवान लगातार गश्त कर रहे हैं। भागलपुर एसएसपी मनोज कुमार ने हालात काबू में होने की बात कही है।
बता दें कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा नववर्ष की पूर्व संध्या पर शनिवार को निकाली गई जुलूस पर शरारती तत्वों ने झड़प और रोड़ेबाजी कर नाथनगर में माहौल बिगाड़ने की कोशिश की थी। सड़क पर खड़ी एक दोपहिए वाहन में भी आग लगा दी थी और करीब आधा दर्जन ऑटो रिक्शा को क्षतिग्रस्त कर दिया था। सूचना पाकर भागलपुर के डीएम आदेश तितरमारे और एसएसपी मनोज कुमार फौरन पुलिस दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद अधिकारियों ने दोनों समुदाय के लोगों के बीच शांति-समझौता करा बिगड़ते माहौल पर काबू पाया और मौके पर दंगा निरोधक दस्ता समेत पुलिस की टुकड़ी तैनात की गई।
खबर पाकर आईजी और डीआईजी भी इलाके का मुआयना करने पहुंचे। पुलिस के सीनियर अधिकारी अभी भी वहां लगातार निगरानी कर रहे हैं। बतौर एसएसपी हालात काबू में है मगर तनावपूर्ण स्थिति है। उपद्रवियों के पथराव में आठ पुलिसकर्मियों समेत डेढ़ दर्जन लोगों को चोटें आई है। पुलिस के एक जवान को गोली भी लगी है जिसे जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक शरारती तत्वों ने भीड़ के बीच से गोली और बम से हमला किया था मगर पुलिस ने संयम से काम लिया। बहरहाल, पुलिस के आलाधिकारी शरारती तत्वों की शिनाख्त करने और गिरफ्तार करने की योजना बना रहे हैं। उधर, चंपानगर इलाके में किसी को रुकने या भीड़ लगाने नहीं दिया जा रहा है। बहरहाल, नाथनगर में सड़कों पर आवाजाही हो रही है मगर शनिवार को हुए उपद्रव की वजह से लोगों में अभी भी डर समाया हुआ है। दोनों पक्षों के लोगों के साथ प्रशासन के आलाधिकारियों ने बैठक कर शांति बहाल करने की अपील की है।