भाजपा की सारी बुराइयां भूले नारायण राणे, बनेंगे एनडीए का हिस्सा
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम नायारण राणे ने एनडीए से जुड़ने का फैसला किया है। वह इससे पहले मंगलवार को राज्य के सीएम देवेंद्र फडनवीस से भी इसी सिलसिले में मिले थे। हाल ही में उन्होंने कांग्रेस से अलग होकर अपनी पार्टी बनाई थी। राणे ने अपनी नई पार्टी का नाम ‘महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष’ रखा है। उन्होंने संकेत दिए हैं कि वह अपनी पार्टी के साथ भाजपा में आ सकते हैं। राणे साल 1999 में राज्य के मुख्यमंत्री थे। तब वह शिव सेना में हुआ करते थे। प्रभावशाली मराठा समुदाय से आने वाले कद्दावर नेता राणे कोंकण क्षेत्र के सिंधुदुर्ग जिले से नाता रखते हैं।
उन्होंने बताया कि मैंने राज्य और कोंकण क्षेत्र के विकास के लिए राजग में शामिल होने का फैसला किया है। मैं 2019 तक महाराष्ट्र में रहूंगा। राणे ऐसा कर जाहिर तौर पर 2019 में होने वाले आम चुनावों में किस्मत आजमाने का संकेत दे रहे थे। कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व से लंबे समय तक टकराव के बाद करीब दो सप्ताह पहले ही पार्टी से इस्तीफा देने वाले राणे ने दावा किया था कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने उन्हें राजग में आने का न्योता दिया है।
उन्होंने यह भी कहा कि वह या उनकी नई पार्टी भाजपा सरकार के किसी भी विकास के काम की आलोचना या विरोध नहीं करेगी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बुलेट ट्रेन योजना भी शामिल है। उन्होंने कुछ दिन पहले कांग्रेस छोड़ते हुए आरोप लगाया कि 2005 में शिवसेना छोड़कर पार्टी में आते समय उन्हें मुख्यमंत्री बनाने का दावा किया गया था, जिससे कांग्रेस मुकर गई। शिवसेना राजग का हिस्सा है और उसने भाजपा को सलाह दी थी कि राणे को अपने साथ नहीं मिलाए।