”भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए गठबंधन जरूरी”
कांग्रेस चुनाव प्रचार कमेटी के अध्यक्ष डॉ संजय सिंह ने कहा कि गठबंधन फायदे का है। इसके लिए 2019 के लोकसभा चुनाव में तालमेल करेंगे। भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए सभी दल एक हो गए हैं। उत्तर प्रदेश के दोनों मुख्यमंत्री एक साल के अंदर गोरखपुर और फूलपुर का उपचुनाव हार गए हैं, जिससे अमेठी में मिठाई बांटी गई। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डॉ संजय सिंह ने कहा कि 2017 के विधानसभा चुनाव का तालमेल बेहतर था। लेकिन निर्णय जल्दबाजी का था, जिससे गठबंधन का फायदा अधूरा था। कांग्रेस और सपा की चुनावी रणनीति में मतदान हो गए थे, जिससे गठबंधन को फायदा नहीं हो पाया। भाजपा की हार पर सिंह ने कहा कि भाजपा के विधायकों को जनता से कोई सरोकार नहीं है, जिससे जनता बेहाल पड़ी है। प्रशासनिक अफसर फर्जी आंकड़ेबाजी से जिला चला रहे हैं। जनता के छोटे-मोटे काम विचाराधीन पड़े हुए हैं, जिससे मूलभूत सुविधाओं के लिए दिक्कत हो गई है। इसलिए जनता बदलाव के रास्ते पर निकल पड़ी है।
कांग्रेस की विधायक आराधना मिश्रा ने कहा कि योगीराज के अफसर सरकार चला रहे हैं, गरीब जनता त्रस्त है। छोटी-छोटी शिकायतें प्रधानमंत्री तक भेजी जाती हैं। लेकिन सरकार नींद में है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का जनसुनवाई पोर्टल केवल खानापूर्ति है। इसकी शिकायतों का निस्तारण फर्जी तरीके से किया जाता है, जिससे जनता हाथ में कागज लेकर अफसरों का चक्कर काट रही है। भाजपा के विधायक लालबत्ती की तलाश में लखनऊ-दिल्ली में पड़े हैं। जनता की फरियाद सुनने के लिए सांसद-विधायक सब गायब हैं। ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष ओमप्रकाश दुबे ने कहा कि भाजपा अपने जाल में फंस चुकी है, जिससे सरकार यह उपचुनाव हार गई है।
भाजपा की रश्मि सिंह ने कहा कि अधिकारी और कर्मचारी सरकार को गुमराह करते हैं। बाकी गरीब जनता त्रस्त है। जनता की छोटी-छोटी समस्याएं प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री तक जाती हैं। उनकी सरकार सबसे पहले सरकारी मशीनरी ठीक करेगी। इसके लिए एक महीने के अंदर भ्रष्टाचार से जुड़े अधिकारियों, कर्मचारियों की सूची मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को सौंपी जाएगी।