भारतीय के लिए गोली खाने वाले नागरिक को अमेरिका ने किया सम्मानित
भारतीय के लिए गोली खाने वाले अमेरिकी नागरिक को सम्मानित किया गया है। प्रतिष्ठित ‘टाइम’ पत्रिका ने इयान ग्रिलॉट को ‘पांच हीरो जिन्होंने 2017 में हमें बंधाई उम्मीद’ श्रेणी में स्थान दिया है। इयान फरवरी में नस्ली हमले के शिकार हुए भारतीय की बचाव में सामने आए थे। इस घटना में गोली लगने से वह भी घायल हो गए थे। नस्ली हमले में भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचिबोटला की मौत हो गई थी, जबिक उनके मित्र और सहकर्मी आलोक मदासानी घायल हो गए थे।
इस साल फरवरी में कंसास के ओलाथे में अमेरिकी नेवी के पूर्व जवान ने एक बार में भारतीयों को निशाना बनाते हुए गोलीबारी शुरू कर दी थी। उस वक्त वहां मौजूद ग्रिलॉट (24) भारतीय की बचाव में सामने आए थे। इसमें उन्हें भी गोली लग गई थी। कुचिबोटला हैदराबाद के रहने वाले थे और वह जीपीएस बनाने वाली कंपनी गार्मीन में कार्यरत थे। नौसेना के पूर्व अधिकारी गोलियां बरसाते हुए लगातार नस्ली टिप्पणियां भी कर रहा था। ‘टाइम’ पत्रिका से बात करते हुए ग्रिलॉट ने कहा, ‘उस वक्त यदि मैं कुछ नहीं करता तो मैं खुद के साथ कभी नहीं जी पाता।’ पत्रिका ने उनकी तारीफ करते हुए लिखा, ‘बार जाने वाला व्यक्ति जो खतरों को झेलने के लिए आगे आया।’ अमेरिकी-भारतीय समुदाय ने ग्रिलॉट को ‘ट्रू अमेरिकन हीरो’ के तौर पर सम्मानित किया था। इतना ही नहीं ह्यूस्टन के भारतवंशियों ने उनके लिए एक लाख डॉलर (तकरीबन 65 लाख रुपये) जुटाया और कंसास में एक घर खरीदने में उनकी मदद की थी।
घटना के वक्त ग्रिलॉट रेस्टोरेंट में बैठकर बास्केटबॉल का मैच देख रहे थे। हमलावर एडम प्यूरिंटन आया और कुचिबोटला और उनके दोस्त आलोक से कहा कि मेरे देश से बाहर चले जाओ। ग्रिलॉट ने हमलावर को वहां से हटाने की कोशिश की थी। उसी दौरान उनके सीने में गोली लग गई और वह बुरी तरह घायल हो गए थे। हाल में एक अमेरिकी अदालत ने प्यूरिंटन को घृणा अपराध के आरोपों से बरी कर दिया था। पिछले कुछ वर्षों में अमेरिका में नस्ली हमले की घटनाएं बढ़ी हैं। अश्वेतों के खिलाफ हिंसा के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है।