भारत के लिए पहले राफेल का फ्रांस में चल रहा टेस्ट, अप्रैल 2022 तक सिर्फ एक कस्टम मेड एयरक्राफ्ट आएगा
राफेल लड़ाकू एयरक्राफ्ट सौदे में भारत ने जिस तकनीकी विशेषताओं की मांग की है, फ्रांस वैसा केवल एक एयरक्राफ्ट अप्रैल 2022 तक सप्लाई करेगा। द इंडियन एक्सप्रेस को मिली जानकारी के अनुसार, बाकी 35 एयरक्राफ्ट सितंबर 2019 से भेजे जाने शुरू किए जाएंगे। इन एयरक्राफ्ट्स में अतिरिक्त फीचर भारत में ही जोड़े जाएंगे। फ्रांस को सात एयरक्राफ्ट प्रतिमाह के हिसाब से डिलीवरी देनी है। जुलाई में, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्य सभा में दिए गए जवाब में कहा था कि ”विमानन क्षमता तथा सहयोगी उपकरणों व हथियारों से लैस 36 राफेल एयरक्राफ्ट की डिलीवरी सितंबर 2019 से शुरू होगी और अप्रैल 2022 तक पूरी हो जाएगी।”
हालांकि, सभी 36 राफेल एअरक्राफ्ट भारत के हिसाब से मॉडिफाई होने के बाद सितंबर 2022 तक ही भारतीय वायुसेना के पास आ सकेंगे। सरकारी सूत्रों ने कई बार दावा किया था कि अप्रैल 2022 तक 36 फ्रांसीसी जेट्स की सप्लाई का सौदा कर उन्होंने यूपीए काल की बातचीत में होने वाले सौदे की पांच महीने की देरी को खत्म कर दिया। 36 राफेल एयरक्राफ्ट्स में से एक की टेस्ट उड़ान फ्रांस में पिछले माह शुरू हो गई है। भारत के हिसाब से जो बदलाव किए जाने हैं, वह इसी दो सीट वाले राफेल एयरक्राफ्ट (RB008) पर किए जाएंगे।
इस एयरक्राफ्ट की टेस्टिंग अप्रैल 2022 तक चलेगी, तब तक यह भारत को डिलीवरी के लिए तैयार हो जाएगा। भारतीय वायुसेना और फ्रांसीसी पायलट्स मिलकर इस एयरक्राफ्ट की टेस्टिंग कर रहे हैं। अगस्त, 2017 से ही वायुसेना के चार अधिकारियों की एक टीम फ्रांस में है जो भारत के मुताबिक फीचर्स और 36 राफेल विमानों के निर्माण की निगरानी कर रही है।