भारत ने अमेरिका के 29 उत्पादों पर बढ़ाया आयात शुल्क

ट्रंप प्रशासन ने अपने कई व्यापारिक सहयोगियों के खिलाफ व्यापार युद्ध छेड़ रखा है। इस सिलसिले में चीन सहित कई देशों ने जवाबी कार्रवाई में अमेरिका के उत्पादों पर शुल्क बढ़ा दिया है। इस क्रम में भारत ने भी 29 अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क बढ़ाने की घोषणा बुधवार रात कर दी है। भारत के वित्त मंत्रालय के अनुसार अमेरिकी उत्पादों पर बढ़े शुल्क चार अगस्त से प्रभावी होंगे। अटकलें यह लगाई जा रही हैं कि अमेरिकी दालों पर आयात शुल्क बढ़ने से उसके उत्तर-पश्चिम के राज्यों की अर्थव्यवस्था प्रभावित हो सकती है। इसका कारण यह है कि बीते एक साल के दौरान अमेरिका में दालों की पैदावार कहीं अधिक हुई है। हालांकि भारत ने अमेरिका की 800 सीसी की मोटरसाइकिल पर शुल्क नहीं बढ़ाया है।

ट्रंप प्रशासन ने बीते कुछ दिनों से अपने कई सहयोगी देशों के उत्पादों पर शुल्क बढ़ा दिया है। इसके चलते कई देशों को भविष्य में अपने कई उत्पाद अमेरिका में बेचना टेड़ी खीर साबित हो सकता है। अमेरिका ने चुनिंदा इस्पात व एल्युमीनियम उत्पादों पर सीमा शुल्क बढ़ा दिया था। इससे भारतीय माल पर 24.1 करोड़ डालर का शुल्क बोझ पड़ा है। भारत ने इसी के जवाब में ये शुल्क लगाए हैं। भारत ने अमेरिका से आ रहे कई खाद्य पदार्थों पर शुल्क बढ़ा दिया है। भारत अमेरिका के कृषि उत्पादों के निर्यात का 21वां सबसे बड़ा देश है। भारत में हर साल अमेरिका से तकरीबन 80 करोड़ डालर की दाल आती है। अमेरिका के उत्तर-पश्चिम के राज्यों की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने की क्षमता दाल रखती है।

वित्त मंत्रालय ने अधिसूचना में कहा कि मटर, बंगाल चना और मसूर दाल पर शुल्क 30 फीसद से बढ़ा कर 70 फीसद कर दिया गया है। लिंटेल (मसूर) पर शुल्क 30 फीसद से बढ़ा कर 40 फीसद किया गया है। अमेरिका से आने वाले छिले बादाम पर 120 रुपए प्रति किलोग्राम व छिलका समेत बादाम पर 42 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से शुल्क लगेगा। छिलका समेत अखरोट पर शुल्क को पहले के 30 फीसद से बढ़ा कर 120 फीसद व सफेद सेब पर शुल्क 50 फीसद से बढ़ा कर 75 फीसद कर दिया गया है। इनके अलावा शुल्क को बोरिक एसिड पर 17.50 फीसद, फॉस्फोरिक अम्ल पर 20 फीसद, चिकित्सकीय जांच में प्रयुक्त रीजेंट पर 20 फीसद कर दिया गया है।

चुनिंदा किस्म के नटों, लोहा व इस्पात उत्पादों, सेब, नाशपाती, स्टेनलेस स्टील के चपटे उत्पाद, मिश्र धातु, ट्यूब-पाइप फिटिंग, स्क्रू, बोल्ट और रिवेट पर शुल्क बढ़ाया गया है। आर्टेमिया पर शुल्क बढ़ा कर 30 फीसद कर दिया गया है। सेलफोन में इस्तेमाल होने वाले कुछ खास किस्म के पेच पर शुल्क 10 से बढ़ा कर 25 फीसद कर दिया है। इसी क्रम में मोबाइल में इस्तेमाल होने वाले कुछ खास पुर्जों पर शुल्क 15 से बढ़ाकर 25 कर दिया है।

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