भूरे बैग में सैनिटरी पैड छिपाकर ले जाती हैं पाकिस्‍तानी लड़कियां, महिला पत्रकार ने जताया विरोध

पाकिस्तान में अक्षय कुमार की फिल्म ‘पैडमैन’ को प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसका वहां की महिलाएं जमकर विरोध कर रहीं हैं।  ‘पैडमैन’ फिल्म के बहाने महिलाओं के मासिक धर्म को लेकर पाकिस्तान में पुरातनपंथी सोच की खिंचाई हो रही है। सोशल मीडिया पर महिलाएं भड़ास निकाल रहीं हैं। बता रहीं हैं कि किस तरह वहां पीरियड्स को लेकर गलत धारणाएं हैं और महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है। पाकिस्तान में पीरियड्स को लेकर सोच इतनी खराब है कि वहां लड़कियों को भूरे बैग में सैनिटरी पैड छिपाकर ले जाना पड़ता है।

पत्रकार नायला इनायत ने इस मुद्दे पर ट्वीट कर नाराजगी जताई है। पहले ट्वीट में उन्होंने पाकिस्तान में  ‘पैडमैन’ फिल्म पर प्रतिबंध को मूर्खतापूर्ण करार दिया है। वहीं दूसरे ट्वीट में एक तस्वीर पोस्ट की है, जिसमें भूरे बैग में सैनेटरी नैपकिन का पैकेट दिख रहा है। इस पर उन्होंने भड़ास निकालते हुए कहा है कि सैनेटरी नैपकिन को क्यों टैबू यानी वर्जित माना जाता है। बता दें कि पाकिस्तान में अक्षय कुमार की फिल्म को एनओसी ही नहीं मिली। पाकिस्तानी सेंसर बोर्ड ने इसे प्रदर्शन के लायक ही नहीं माना। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी सेंसर बोर्ड के एक सदस्य ने कहा-“हम इस तरह के विषयों पर बनी फ़िल्मों की स्क्रीनिंग की अनुमति नहीं दे सकते. ये हमारे सिनेमा, धर्म, समाज और संस्कृति का हिस्सा नहीं है।” इस बयान से साफ पता चलता है कि पाकिस्तान में माहवारी और सैनिटरी नैपकिन्स जैसे संवेदनशील मुद्दों पर क्या धारणा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के फेडरल सेंसर बोर्ड ने फिल्म को देखे बगैर ही रिलीज न करने का फैसला लिया। अक्षय की यह बहुचर्चित फिल्म पैडमैन 50 से ज्यादा देशों में रिलीज़ हुई है।

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