भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ योगी सरकार ने छेड़ी मुहिम
भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचारियों और नाकारा अफसरों के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है। पीडब्लूडी के 22 इंजीनियरों समेत तमाम अफसरों की बर्खास्तगी और भ्रष्टाचार के मामलों में तमाम अफसरों की गिरफ्तारी इसका सबसे बड़ा सबूत है। इस कार्रवाई के जरिए सरकार ने यह साबित कर दिया है कि भ्रष्टाचार को लेकर सरकार की नीति जीरो टालरेंस की है। ऐसे अफसर, जो या तो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं या फिर जनता के काम करने को तैयार नहीं हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
त्रिपाठी ने कहा कि नौकरशाही के भ्रष्टाचार और नकारेपन से त्रस्त प्रदेश की जनता ने इन कमियों को दूर करने के वादे पर विश्वास करके ही भाजपा को जनादेश दिया था। अब सरकार जनभावनाओं के अनुरूप काम करने में जुटी हुई है। प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार भी भ्रष्टाचार के खिलाफ तेजी से कार्रवाई कर रही है। पिछले 30 महीनों के दौरान 3,896 अफसरों के खिलाफ भ्रष्टाचार के 1,629 मामले दर्ज किए गए हैं। इन 1,629 मामलों में कुल 9,960 लोग आरोपी बनाए गए हैं। इनमें 42 लोग राजनीतिक पृष्ठभूमि के हैं जबकि 6,023 लोग अलग-अलग क्षेत्रों से हैं। ये अपने आप में रिकार्ड है।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की तरफ से की गई इस कार्रवाई में हर रोज औसत 11 ऐसे लोगों को जेल भेजा गया है जो भ्रष्टाचार में लिप्त थे। पिछले साल की तुलना में इस साल ऐसी कार्रवाई में दस फीसद की बढ़ोतरी हुई है। केंद्र सरकार की मजबूत पैरवी के कारण हर रोज तीन भ्रष्टाचारियों को जेल की सजा हुई है। भ्रष्टाचार के खिलाफ यह अपने आप में ऐतिहासिक कार्रवाई है।