मंत्री को हड़काया, सामने ही भिड़ गए अफसर, गाली-गलौच भी हुई, सुनते रहे राम दास अठावले
केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री रामदास अठावले के सामने उन्हीं के दो अफसर भिड़ गए। दोनों के बीच काफी कहासुनी भी हुई। नौबत गाली-गलौच तक आ पहुंची। मगर अठावले ने चुप ही रहना ठीक समझा। वे इस तू-तू, मैं-मैं के बीच दोनों की बातें सुनते रहे। यह मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का है। अठावले यहां पर बुधवार को अधिकारियों की बैठक लेने आए थे। कार्यक्रम के बाद वह जैसे ही बाहर निकले उनके सामने दो पदाधिकारी आपस में लड़ने को उतारू हो गए। हुआ यूं था कि बैठक के बाद मंत्री से पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष राजा बख्श उनसे मिलने आगे बढ़े थे, मगर वहां उन्हें रोक दिया गया था। मंत्री की गाड़ी के भीतर एक नेता ने पार्टी उपाध्यक्ष को धक्का दे दिया था। उसने बख्श को मंत्री के पास भी जाने से रोक दिया। फिर क्या था, इसी बात पर दोनों में धक्का-मुक्की हो गई। हालांकि, मंत्री के कार्यकर्ताओं ने किसी तरह दोनों को काबू किया और मामला शांत कराया।
बख्श इस बाबत मंत्री से बोले, “यह हमको धक्का दे रहा था। मैं आपके साथ 40 साल से साथ हूं। ये कल के लोग चले आ रहे हैं। ये हमारी बेइज्जती करेंगे? इनकी औकात है? और कह रहा है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस से मुझे निकालो।” बख्श ने इसके बाद गुस्से में अधिकारी को गाली भी दी। बख्श के अनुसार, उन्होंने सूबे में पार्टी के कुनबे को मजबूत करने का काम किया है। वह पार्टी में विभिन्न पदों पर रहे हैं और बीते कुछ वक्त से वह वरिष्ठ उपाध्यक्ष हैं। मगर कुछ दिनों पहले कार्यकारी अध्यक्ष बताने वाले जवाहर लाल पार्टी में फूट डाल रहे हैं।
बुधवार को मंत्री राजधानी आए तो खुद को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बताकर जवाहरलाल ने उन्हें मंत्री से मिलने नहीं दिया। बख्श ने इस बाबत जवाहर लाल के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। वहीं, अठावले का कहना है कि मसला जल्द हल हो जाएगा। हालांकि, दोनों के झगड़े के दौरान केंद्रीय मंत्री गाड़ी में मुस्कुरा रहे थे। मंत्री ने वहां सब कुछ देखकर भी नजरअंदाज कर दिया था।