मकान मालिक ने घर में रखने से किया मना, बारिश में रात भर 10 साल के बेटे की लाश के साथ सड़क पर रही मां
मकान मालिक द्वारा शव को घर में रखने से मना करने के बाद एक मां को अपने बेटे के शव के साथ पूरी रात सड़क पर गुजारनी पड़ी। यह घटना हैदराबाद के वेंकटेश्वर नगर की है। जहां पर इश्वरम्मा नाम की महिला अपने बड़े बेटे सुरेश के शव के साथ गली में पूरी रात बैठी रही। साथ में उनका छोटा बेटा भी था। महिला के बेटे सुरेश की मौत डेंगू की वजह से हो गई थी। मकान मालिक को उस वक्त भी कोई दया नहीं आई, जब उसने देखा कि बाहर भारी बारिश हो रही है। कुछ स्थानीय लोग महिला की मदद को आगे आए। स्थानीय लोगों ने प्लास्टिक और ताबूत का इंतजाम किया।
महिला के बड़े लड़के की मौत बुधवार शाम को सरकार संचालित निलोफर अस्पताल में हो गई थी, इसके बाद महिला अपने बेटे का शव घर ले आईं। लेकिन मकान मालिक ने शव को घर के अंदर रखने से मना कर दिया। मकान मालिक ने कहा कि उसकी बेटे की शादी अभी हुई है, घर में शव को रखना अशुभ होगा। स्थानीय लोगों ने मकान मालिक के इस व्यवहार की निंदा की और अंतिम संस्कार के लिए डोनेशन भी इकट्ठा किया। महबूब नगर जिले की रहने वाली महिला अपने दो बेटों के साथ यहां पिछले चार साल से किराए पर रह रही थी।
अभी कुछ दिन पहले आई एक खबर के मुताबिक दिल्ली में एक वैज्ञानिक के शव के साथ सात दिनों भाई-बहन के रहने का मामला सामने आया था। कहा जा रहा था कि बुजुर्ग वैज्ञानिक की मौत करीब एक हफ्ते पहले हुई थी और उनके छोटे भाई-बहन तभी से उनके शव के साथ रह रहे थे। बुजुर्ग की पहचान यशवीर सूद के रूप में हुई थी। सूद पूसा संस्थान के परमाणु विज्ञान विभाग में प्रमुख वैज्ञानिक के पद से मार्च 2015 में सेवानिवृत्त हुए थे। पूसा के एक अधिकारी ने बुजुर्ग के घर से बदबू आने पर पीसीआर को सूचना दी और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सूद का शव बरामद किया था।