मणिशंकर अय्यर ने रिपब्लिक टीवी के रिपोर्टर से माइक छीनकर फेंका, अर्णब गोस्वामी ने दी खुली चुनौती
पीएम नरेंद्र मोदी को नीच कहने के बाद माफी मांगने वाले कांग्रेस लीडर मणिशंकर अय्यर निशाने पर हैं। बयान पर मचे राजनीतिक घमासान के बाद मणिशंकर अय्यर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर अपना पक्ष रखा था। पत्रकारों से बातचीत के दौरान मणिशंकर ने किसी बात पर आपा खो दिया और रिपब्लिक टीवी के रिपोर्टर का माइक छीनकर फेंक दिया। बाद में जब रिपोर्टर ने उनसे इस बर्ताव की वजह पूछी तो अय्यर ने कोई जवाब नहीं दिया। उधर, रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्णब गोस्वामी भी मोदी को नीच कहे जाने की वजह से अय्यर पर भड़के हुए हैं। गोस्वामी ने एक लेख के जरिए चुनौती दी कि वह चैनल पर आकर उनसे बहस करें।
दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए मणिशंकर अय्यर ने उन्हें नीच आदमी करार दिया था। इस बयान पर पीएम मोदी ने तीखा पलटवार किया। सूरत में एक चुनौती रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भले ही वह नीची जाति से हों, लेकिन काम ऊंचे किए हैं। मोदी ने उन्हें मुगलों की मानसिकता वाला शख्स बताया। वहीं, बीजेपी ने भी कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। इस बीच, कांग्रेस बैकफुट पर आ गई। कांग्रेस के अध्यक्ष बनने जा रहे राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा कि वह या पार्टी, दोनों ही मणिशंकर के बर्ताव से सहमत नहीं और उन्हें पीएम मोदी से माफी मांगनी चाहिए।
राहुल गांधी का बयान आते ही इस बात की उम्मीद जगी कि मणिशंकर अय्यर तुरंत प्रतिक्रिया देंगे। ऐसा हुआ भी और मणिशंकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर अपना पक्ष रखा। हालांकि, इस दौरान रिपब्लिक टीवी के पत्रकार पर वह उखड़ गए। अय्यर ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि हिंदी उनकी भाषा नहीं है। अंग्रेजी में Low शब्द सोचकर हिंदी में नीच शब्द का इस्तेमाल किया था। मणिशंकर के मुताबिक, अगर हिंदी में लो का मतलब ‘लो बॉर्न’ (नीची जाति में जन्म लेने वाला) होता है तो वह माफी मांगते हैं। अय्यर ने यह भी कहा कि उन्होंने काफी वक्त में हिंदी सीखी है और इसी नासमझी में एक बार उन्होंने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के लिए नालायक शब्द का इस्तेमाल कर दिया था। अय्यर ने अपनी सफाई में कहा, ‘जब मैंने नीच कहा तो उसका मतलब ‘लो लेवल’ था। मैं अंग्रेजी में सोचता हूं। हिंदी मेरी मातृभाषा नहीं है। अगर इसका कोई और मतलब है तो मैं माफी मांगता हूं।’