मदरसों को योगी आदित्य नाथ सरकार का फरमान- दशहरा, रक्षा बंधन, दीवाली पर भी करें छुट्टी
उत्तर प्रदेश के मदरसों को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार ने नया आदेश जारी किया है। मंगलवार (2 जनवरी) को योगी सरकार ने आदेश दिया है कि दूसरे धर्मों के त्योहारों पर भी मदरसों को बंद रखा जाए। इससे पहले योगी सरकार ने मदरसों में राष्ट्र गान गाने को अनिवार्य कर दिया था, साथ ही स्वतंत्रता दिवस के दिन पूरे कार्यक्रम की वीडियो रिकॉर्डिंग करवाने का भी आदेश दिया था। मंगलवार को योगी सरकार उत्तर प्रदेश के मदरसों के लिए छुट्टियों का नया कैलेंडर लेकर आई है। इस कैलेंडर के मुताबिक मदरसों के अधिकार में रहने वाली छुट्टियों को कम कर दिया गया है। इससे पहले उत्तर प्रदेश के मदरसे अमूमन होली और अंबेडकर जयंती को छोड़कर मुस्लिम त्योहारों में ही बंद रहते थे। छुट्टी के नये कलेंडर में मदरसे में भी महावीर जयंती, बुद्ध पूर्णिमा, रक्षा बंधन, महानवमी, दिवाली, दशहरा और क्रिसमस को अवकाश घोषित किया गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक नये कैलेंडर में जहां 7 नयी छुट्टियां जोड़ी गईं है वहीं मदरसों के अधिकार में रहने वाली 10 छुट्टियां, जिन्हें ईद-उल-जुहा और मुहर्रम पर लिया जाता था, को घटा कर 4 कर दिया गया है।
नये आदेश के मुताबिक इन छुट्टियों को एक साथ नहीं लिया जा सकता है। बल्कि अगर इन्हें त्योहार के साथ लिया जाता है तो एक बार में एक ही छुट्टी ली जा सकेगी। उत्तर प्रदेश के मदरसों ने सरकार के इस कदम पर नाराजगी जताई है। यूपी मदरसा बोर्ड के रजिस्ट्रार राहुल गुप्ता ने सरकार के इस कदम के बारे में जानकारी देते हुए बताया, ‘पहले 10 दिन की छुट्टियां मदरसों के अधिकार में होती थीं, लेकिन इसे अब पहले से निर्धारित कर दिया गया है और अब महापुरुषों के जन्मदिन पर छुट्टी घोषित की गई है, विद्यार्थियों के लिए यह जरूरी है कि वह इन महापुरुषों के बारे में जानें।’ उन्होंने कहा कि ऐसा करने का मकसद मदरसों को बेसिक स्कूस एजुकेशन के बराबर करने के उद्देश्य से भी किया गया है।
सरकार के इस फैसले पर इस्लामिक मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षक संगठन के अध्यक्ष एजाज अहमद ने कहा कि मदरसों के अधिकार में आने वाली 10 छुट्टियों को कम करना एकदम गलत है। उन्होंने कहा कि मदरसा धार्मिक संस्थान हैं जहां पर अल्पसंख्यकों के अलग अलग त्योहारों पर छुट्टियां देनी जरूरी होती है, पहले विवेकाधीन छुट्टियों का इस्तेमाल यहीं पर होता था।’ बता दें कि योगी आदित्यनाथ सरकार मदरसों के आधुनिकीकरण के लिए कई कदम उठा रही है।