मध्य प्रदेश: शिवपुरी के झरने में फंसे 45 लोगों को बचाया गया, आठ लापता
जिले के सुल्तानगढ़ झरने में पानी की तेज धारा के बीच फंसे सभी 45 लोगों को आज सुबह तक चले राहत अभियान के बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। शिवपुरी के पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगनकर ने बताया कि झरने में पानी की तेज धारा के बीच चट्टानों पर फंसे इन लोगों में से पांच को हेलीकॉप्टर की सहायता से कल देर शाम तक निकाला गया। उन्होंने बताया कि कल दोपहर झरने में लोगों के नहाने के दौरान पानी का बहाव अचानक तेज होने से कम से कम आठ लोगों के बह जाने की आशंका है, जबकि 45 लोग पानी के बीच चट्टानों पर फंस गये।
उन्होंने बताया, ‘‘पुलिस दल ने स्थानीय लोगों की सहायता से झरने के बीच फंसे सभी 45 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है।’’ हिंगनकर ने बताया कि यहां पिकनिक मनाने आये लोगों में से छह लोगों के परिवार ने अब तक उनकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस लापता लोगों की तलाश कर रही है। इससे पहले एक प्रत्यशदर्शी ने दावा किया कि झरने में नहाने के दौरान दस से अधिक लोग पानी में बह गये हैं। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह ट्वीट किया, झरने में पानी के तेज बहाव में फंसे लोगों को सीमा सुरक्षा बल :बीएसएफ:, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, होम गार्ड, स्थानीय पुलिस और स्थानीय लोगों के सहायता से बाहर निकाल लिया गया है। चौहान ने स्थिति से निपटने में सहयोग देने के लिये केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण को धन्यवाद दिया।
शिवपुरी से विधायक एवं प्रदेश सरकार की मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने भारतीय वायु सेना और तीन ग्रामीणों रामसेवक प्रजापति, निजाम और बालू सहित राहत कार्यो में लगे सभी लोगों को उनके सहयोग के लिये धन्यवाद दिया है। कल स्वतंत्रता दिवस का अवकाश होने के कारण ग्वालियर और शिवपुरी सहित आसपास के इलाके से बड़ी संख्या में लोग शिवपुरी से लगभग 55 किलोमीटर दूर शिवपुरी और ग्वालियर जिले की सीमा पर सुल्तानगढ़ झरने पर पिकनिक मनाने आये थे।
पुलिस ने एक स्थानीय ग्रामीण के हवाले से बताया कि यह झरना पार्वती नदी से जुड़ा है और कल दोपहर लगभग 4.30 बजे संभवत: उपरी क्षेत्र में तेज बारिश होने से झरने में पानी का वेग अचानक बढ़ गया और झरने के बीच नहा रहे कई लोगों को पानी की तेज धारा से निकलने का अवसर ही नहीं मिल सका। इस हादसे की सूचना पाकर केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और ग्वालियर से सांसद कल शाम को ही घटनास्थल पर पहुंच गये थे और उन्होंने देर रात तक वहां रूककर राहत कार्यो का निर्देशन किया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य ंिसधिया ने भी राहत और बचाव अभियान के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों से फोन पर बात की।