ममता की ना के बाद भी ट्रेन से मुर्शिदाबाद पहुंचे राज्यपाल, पीड़ितों से मिलकर केंद्र को भेजेंगे सिफारिश

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्‍फ संशोधनों को लेकर भड़की हिंसा के बाद राजनीति चरम पर है. वहीं राज्‍यपाल सीवी आनंद बोस शुक्रवार को हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद पहुंचे. राज्‍यपाल मालदा से ट्रेन के जरिए मुर्शिदाबाद पहुंचे हैं. इसके साथ ही राज्‍यपाल ने मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी के मुर्शिदाबाद का दौरा नहीं करने का आग्रह ठुकरा दिया है. राज्‍यपाल सीवी आनंद बोस यहां पर घर छोड़कर भागे दंगा पीड़ितों से मुलाकात करेंगे. 

मालदा से निकले बोस ने कहा कि वह पीड़ितों से मिलने के लिए जा रहे हैं और इसकी रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौपेंगे. उन्‍होंने कहा, ‘‘मैं पीड़ितों से मिलने और प्रभावित क्षेत्र से प्राप्त सूचनाओं की पुष्टि करने के लिए वहां जा रहा हूं. मैं अस्पतालों, पीड़ितों के आवासों और राहत शिविरों में जाऊंगा. केंद्रीय बल और राज्य पुलिस भी साथ में हैं और स्थिति जल्द ही सामान्य हो जाएगी. मैं पीड़ितों से मिलने वहां जा रहा हूं, जिसके बाद मैं अपनी सिफारिशें भेजूंगा.’

ममता के आग्रह को ठुकराया

ममता बनर्जी ने राज्‍यपाल और सभी पार्टियों के नेताओं से कहा था कि वे अभी मुर्शिदाबाद ना जाएं. उन्‍होंने कहा कि जब हालात सामान्‍य हो रहे हैं तो मुसीबत में मछली पकड़ने जैसा काम नहीं करें. हालांकि उनके आग्रह के बावजूद राज्‍यपाल मुर्शिदाबाद पहुंचे हैं. 

3 की मौत, अब तक 274 गिरफ्तार 

मुर्शिदाबाद जिले के शमशेरगंज, सुती, धुलियान और जंगीपुर इलाकों में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ 11 और 12 अप्रैल को हुए प्रदर्शनों के दौरान भड़की सांप्रदायिक हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई थी. वहीं जान जाने के डर से कई लोग पड़ोसी जिले मालदा की तरफ भाग कर आ गए और वहां शरण ली हुई है. 

जिले के दंगा प्रभावित इलाकों में राज्य पुलिस के साथ अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है, जहां से अब तक 274 लोगों को तोड़फोड़ और दंगे से जुड़े होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.