महाराष्ट्र में बोले अरविंद केजरीवाल- BJP के नेता ने बताया, चुनाव से पहले दंगे करवा के जीत जाएंगे
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरेगांव-भीमा में हुई हालिया हिंसा और महाराष्ट्र में जातीय तनाव के लिए शुक्रवार (12 जनवरी, 2017) को भाजपा-आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि जो काम पाकिस्तान पिछले 70 सालों में नहीं कर सका वो भाजपा ने कर दिया। भाजपा ने दो समुदायों को बांटने का काम किया है। दरअसल केजरीवाल मराठा शासक छत्रपति शिवाजी की मां जीजाबाई को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद महाराष्ट्र में बुलढाणा जिले में एक जनसभा को संबोधित करने के लिए पहुंचे थे। जहां AAP प्रमुख ने कहा कि शिवाजी ने एक सर्व समावेशी समाज बनाने के लिए काम किया था। उन्होंने कहा कि भाजपा-आरएसएस (समर्थकों) ने कोरेगांव-भीमा में दलितों पर हमला किया जिससे जातीय तनाव हुआ। वह इसकी निंदा करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि शासन करने के लिए जाति और धर्म के आधार पर दंगा भड़काना भाजपा का सिद्धांत है। केजरीवाल ने कहा कि एक भाजपा नेता ने उन्हें बताया था कि चुनाव से पहले दंगे कराकर वह (भाजपा) फिर जीत जाएंगे।
गौरतलब है कि पुणे जिला स्थित कोरेगांव-भीमा में एक युद्ध स्मारक पर दलित 1818 की लड़ाई की द्वितीय शताब्दी वर्ष मनाने गए थे। लेकिन उन पर एक जनवरी को हमला हुआ था। इसके चलते महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन हुए। हिंदुत्व समर्थक कुछ नेताओं ने लड़ाई की द्वितीय शताब्दी वर्ष मनाए जाने का विरोध किया था। वहीं केजरीवाल ने कथित तौर पर सरकारी स्कूलों की कीमत पर निजी स्कूलों को फूलने फलने की इजाजत देने को लेकर भी भाजपा नीत महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि महाराष्ट्र में भाजपा ने समाज सुधारकों- महात्मा फूले और सावित्रीबाई फूले तथा शिवाजी के सपनों को कुचल दिया।
आप नेता ने दिल्ली का जिक्र करते हुए कहा कि तीन साल में उन्होंने आधुनिक सुविधाओं के साथ 300 नए अत्याधुनिक सरकारी स्कूल शुरू किए। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार का बजट 40 हजार करोड़ रूपए है और फिर भी यह स्कूलों की मरम्मत करने और नए स्कूल खोलने में सक्षम है। वहीं महाराष्ट्र सरकार का बजट तीन लाख करोड़ रूपए का है लेकिन सरकारी स्कूलों को बंद कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में बिजली की दर सबसे सस्ती है। केजरीवाल ने कहा कि देश के किसानों को अपने उत्पाद के लिए स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू करने की मांग करते हुए एक आंदोलन करने के लिए एकजुट होने की जरूरत है। उनकी रैली में कांग्रेस के पूर्व सांसद सुधीर सावंत आप में शामिल हुए।