महाराष्‍ट्र: शिवसेना ने फडणवीस सरकार पर बोला हमला, कहा- तीन साल सिर्फ बोलने में ही बिता दिए

केंद्र और महाराष्‍ट्र में सहयोगी पार्टी होने के बावजूद शिवसेना भाजपा के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाए हुए है। उद्धव ठाकरे की पार्टी ने इस बार महाराष्‍ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी ने मुखपत्र ‘सामना’ के जरिये राज्‍य सरकार की कार्यप्रणाली की तीखी आलोचना की है। शिवेसना ने लिखा कि फडणवीस सरकार ने तीन साल तो सिर्फ बोलने में ही बिता दिए और बाकी के बचे दो साल भी बिना कुछ किए ही गुजार देगी। मालूम हो कि शिवसेना कई मौकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी तीखी आलोचना कर चुकी है। मुंबई नगर निगम चुनाव के दौरान दोनों सहयोगी पार्टियों की तल्‍खी इस हद तक बढ़ गई थी कि फडणवीस सरकार पर ही संकट के बादल मंडराने लगे थे। हालांकि, गंभीर मतभेद के बावजूद दोनों दलों के बीच गठजोड़ कायम है।

‘सामना’ के शनिवार (13 जनवरी) के अंक में फडणवीस सरकार की आलोचना की गई है। संपादकीय में भाजपा के तीन वरिष्‍ठ नेताओं के बयान का भी हवाला दिया गया है। इनमें पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री गिरीश बापट और स्‍वच्‍छता मंत्री बबनराव लोनिकर के नाम शामिल हैं। मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की आलोचन करते हुए पार्टी ने लिखा, ‘ मुख्‍यमंत्री ने बड़े-बड़े वादे करने के साथ ही बुलेट ट्रेन जैसी परियोजना की घोषणा की है। लेकिन, जनता की मौलिक जरूरतों को ही पूरा नहीं किया जा रहा है।’ इसमें खासतौर पर खडसे के बयान का हवाला दिया गया है। खडसे ने फडणवीस सरकार पर भरोसा न करने की बात कहते हुए लोगों को अपनी जरूरत खुद पूरा करने की सलाह दी थी। उन्‍होंने अपनी ही सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि यह सरकार अपने वादों को पूरा करेगी।

‘सामना’ में गिरीश बापट के बयान का भी हवाला दिया गया है। बापट ने अपनी ही सरकार के दोबारा सत्‍ता में आने पर संदेह जताया था। उन्‍होंने पुणे में आयोजित एक रैली में यह बयान दिया था। देवेंद्र फडणवीस के एक और मंत्री लोनिकर ने भी अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था। उन्‍होंने कहा था कि मुख्‍यमंत्री फडणवीस और राज्‍य के वित्‍त मंत्री पेयजल आपूर्ति के लिए धन आवंटित नहीं कर रहे हैं। शिवसेना ने कहा कि भाजपा नेताओं और मंत्रियों के बयान से यह स्‍पष्‍ट है कि मुख्‍यमंत्री घोषणाओं पर अमल करने के बजाय सिर्फ वादे करने में व्‍यस्‍त हैं।

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