महिला कर्मचारी की गिरफ्तारी पर भड़के नीरव मोदी, कानूनी प्रक्रिया पर उठा दिए सवाल
12,700 करोड़ रुपए के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के आरोपी और हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने अपनी कंपनी की महिला कर्मचारी की गिरफ्तारी पर आपत्ति जताई है। आरोपी कारोबारी ने भड़कते हुए इस कानूनी प्रक्रिया पर सवालिया निशान लगाए हैं। आपको बता दें कि शनिवार (3 मार्च) को स्पेशल कोर्ट ने हीरा कारोबारी के खिलाफ गैर-जमानती वॉरंट जारी किया था। मोदी ने बीते महीने भेजे गए सम्मन के जवाब में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को दो चिट्ठियां लिखी हैं। 26 फरवरी को मोदी ने ईडी की एसिस्टेंट डायरेक्टर अर्चना सलाए को लिखा, “मेरी कंपनी की कर्मचारी कविता मनकिकर को सीबीआई ने गलत तरीके से गिरफ्तार किया है, जो कि क्रिमिनल प्रोसीजर कोड का उल्लंघन है। जांच एजेंसियों के महिला के साथ इस रवैये पर मुझे खुद को लेकर चिंता बढ़ जाती है।” मनकिकर के वकील का दावा है कि उन्हें शाम आठ बजे गिरफ्तार किया गया था, जबकि कानून के अनुसार किसी महिला को सूर्य अस्त होने के बाद गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। हीरा कारोबारी ने इससे पहले 22 फरवरी को एक अन्य चिट्ठी के जरिए ईडी को जवाब दिया था।
ईडी ने 15, 17 और 22 फरवरी को मोदी को सम्मन जारी करते हुए सीबीआई के सामने हाजिर होने के लिए कहा था। हालांकि, हीरा कारोबारी की ओर से जांच में सहयोग नहीं दिया गया। माना जा रहा है कि वह अमेरिका में हैं।
मोदी ने पहली चिट्ठी में कहा था कि वह भ्रम में हैं, क्योंकि पासपोर्ट प्राधिकरण ने उन्हें बताया था कि उनका पासपोर्ट ईडी के निर्देश पर अस्थाई तौर पर रद्द कर दिया गया है। 3 मार्च को मुंबई में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट मामलों की एक स्पेशल कोर्ट ने आरोपी मोदी और हीरा व्यापारी मेहुल चौकसी के खिलाफ पीनएनबी महाघोटाले के संबंध में गैर-जमानती वारंट जारी किया।