महिला क्रिकेटर के पास से मिलीं नशे की 14,000 गोलियां, जिंदगी भर के लिए हो सकती है जेल
बांग्लादेश की एक महिला क्रिकेटर को पुलिस ने नशे की 14,000 गोलियों के साथ पकड़ा है। पुलिस का कहना है कि आरोपी महिला को जिंदगी भर के लिए जेल हो सकती है। जियो टीवी की खबर के मुताबिक आरोपी का नाम नाजरीन खान मुक्ता है। नाजरीन पहली ग्रेड के क्रिकेट की खिलाड़ी हैं और ढाका प्रीमियर लीग में खेलती हैं। पुलिस रविवार (22 अप्रैल) को बताया कि महिला क्रिकेटर के पास से उस वक्त नशे की गोलियां बरामद हुईं जब उनकी बस एक मैच के बाद वापस लौट रही थी। पुलिस ने चित्तागोंग में बस को रोक लिया था और तलाशी ली थी। पुलिस अधिकारी प्रोनब चौधरी ने मीडिया को बताया कि पुलिस जांच के दौरान महिला क्रिकेटर के पास से 14 हजार याबा पिल्स मिलीं, जिन्हें एक बैग में रखा गया था। ये मेथमपेटामिन और कैफीन से बनी गोलियां थीं, जिन्हें बांग्लादेश में स्थानीय लोग याबा गोलियां कहते हैं। ये एक प्रकार की नशे की सिंथेटिक गोलियां बताई जाती हैं जिनके सेवन से बहुत तेजी से नशा होता है।
पुलिस अधिकारी ने बताया इस मामले में महिला क्रिकेटर को जिंदगी भर की सजा से भी गुजरना पड़ सकता है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक जिस इलाके से महिला क्रिकेटर को नशे की गोलियों के साथ पकड़ा गया, वहां इन नशीली दवाओं की लैब सक्रिय हैं जहां लाखों की मात्रा में ऐसी गोलियां बनती हैं और उन्हें बांग्लादेश में भेजा जाता है। अधिकारियों ने इस महीने बताया था कि अगस्त 2017 के बाद से नशे की दवाओं के तस्कर तब ज्यादा सक्रिय देखे गए, जब म्यांमार में हिंसा से भागने वाले लगभग 700,000 रोहिंग्या शरणार्थियों ने बांग्लादेश में प्रवेश करना शुरू किया। नशे के तस्कर इन रोहिंग्या मुसलमानों को अपने जरिये के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं और सताए गए मुस्लिमों को सुरक्षा देने कि लिए तैयार की गई मछली पकड़ने वाली नावों में नशे की दवाएं छिपा देते हैं।
अधिकारियों ने पिछले महीने कहा था कि तीन महीने से भी कम वक्त में 90 लाख याबा गोलियों को तब जब किया गया जब शरणार्थियों का आना-जाना चरम पर पहुंच गया था। ढाका इस नशीली दवा की लोकप्रियता और इस्तेमाल को रोकने के लिए याबा की तस्करी पर मौत की सजा देने की योजना बना रहा है।