महिला बलात्कार के खिलाफ अर्द्धनग्न पुरुषों ने दिखाया समाज को आईना
दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्लू) के ‘रेप रोको’ अभियान से जुड़े पुरुषों ने मंगलवार को बॉक्सर शॉटर्स पहनकर रैली निकाली। इस रैली का उद्देश्य कपड़ों को बलात्कार का मुख्य कारण बताने वाले लोगों की बीमार मानसिकता को जवाब देना था। हाथों में तख्ती लिए पुरुषों ने नारे लगाये कि उनके कपड़े छोटे नहीं बल्कि लोगों की मानसिकता छोटी है। प्रदर्शकारियों ने सवाल किया कि आखिर आठ माह की बच्ची ने ऐसा क्या पहना था जो वह बलात्कार का शिकार हुई। जनवरी में आठ माह की बच्ची के साथ बलात्कार की क्रूर घटना के बाद दिल्ली महिला आयोग ( डीसीडब्ल्यू) ने ‘रेप रोको’ अभियान की शुरुआत की थी। बिना कमीज के बॉक्सर शॉटर्स में अच्छी संख्या में पुरुषों ने हाथ में बोर्ड और तख्तियां लेकर मंडी हाउस से सेंट्रल पार्क की ओर रैली निकाली।
दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र अभिषेक ने कहा कि मैं आज अर्द्धनग्न अवस्था में रैली में शामिल हूं और मुझे समाज की तरफ से कोई रोकटोक नहीं है। लेकिन, यदि कोई लड़की बिना बाजू के कपड़े पहनती है तो उस पर सवाल उठाना उचित नहीं है। रैली में शामिल अर्जुन जोशी ने अपने शरीर पर टैटू बनवा कर यह संदेश देना चाहा कि असल में जो पुरुष हैं वो बलात्कार नहीं करते। रैली में शामिल एक अन्य व्यवसायी जतिन ने कहा कि मैं बॉक्सर शॉटर्स पहनकर भी सुरक्षित महसूस कर रहा हूं, आखिर एक लड़की को सुरक्षित महसूस करने के लिए कितने कपड़े चाहिए। कॉलेज विद्यार्थी हयात ने कहा कि लोगों को अपने बेटों को सिखाना चाहिए कि वह लड़कियों का सम्मान कैसे करें, न कि लड़कियों को बताएं कि वो क्या पहनें।
रैली में पुरुषों के साथ शामिल कुछ लड़कियों ने कहा कि वह कितने भी कपड़े पहन ले सुरक्षित नहीं महसूस करती हैं। बलात्कार के खिलाफ समाज की खामोशी पर गुस्सा जताते युवाओं ने लोगों से अपील की है कि आठ मार्च को दिल्ली के सेंट्रल पार्क में सुबह साढ़े 9 बजे इकट्ठा होकर शांतिपूर्ण तरीके मानवीय शृंखला बनाने की अपील की। डीसीडब्लू अध्यक्ष स्वाति जयहिंद ने कहा कि ये स्वयंसेवक रेप रोको अभियान की असल शक्ति है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और दिल्ली बार काउंसिल के बाद ओलंपिक मेडल विजेता योगेश्वर दत्त ने भी अभियान को अपना समर्थन दिया है। बॉलीवुड से भी अभियान को समर्थन मिल चुका है। अभिनेता फरहान अख्तर व अन्य बॉलीवुड हस्तियां आंदोलन के समर्थन में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर 8 मार्च को एक म्युजिक वीडियो भी जारी करेंगे। फरवरी माह में शुरू रेप रोको अभियान की मुख्य मांग है कि छोटी बच्चियों के साथ बलात्कार के मामलों को छह महीने के अंदर निपटा कर दोषी को फांसी की सजा दी जाए। इसे एक लाख लोगों के हस्ताक्षर के साथ आयोग आठ मार्च को प्रधानमंत्री को सौंपा जाएगा।