महिला राज्यपाल की छात्रों को सलाह- पैदा करें कम से कम दो बच्चे
गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने दीक्षांत समारोह में छात्रों को कम से कम दो बच्चे पैदा करने की सलाह दी है। कर्नाटक के बेलगाम स्थित केएलई एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च में हुए दीक्षांत समारोह में मृदुला सिन्हा ने यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘आप लोग भविष्य में केवल एक बच्चा मत रखना, कम से कम दो बच्चे तो जरूर रखना। दो होने के कारण वे चीजें शेयर करना और उन्हें छीनना सीखेंगे, क्योंकि जिंदगी में कई बार आपको शेयर करना जरूरी होता है तो कई बार आपको कुछ छीनना भी पड़ता है।’
इसके साथ ही मृदुला सिन्हा ने छात्रों को भविष्य के लिए गाइड करते हुए कहा कि जिंदगी में प्यार और नफरत, दोनों ही जरूरी होते हैं। उन्होंने मंगलवार को हुए दीक्षांत समारोह में कहा, ‘जिंदगी में प्यार और भाईचारा होना बहुत जरूरी होता है, लेकिन कई बार शत्रुता होना भी जरूरी होती है। ये ऐसी चीजें हैं जो हम बचपन में सीखते हैं। मेरे माता-पिता और उनके माता-पिता ने मुझे यही सिखाया।’
उन्होंने छात्रों से सवाल किया कि वे भविष्य में खुद को किस तरह से देखते हैं और इसके लिए उन्होंने प्रतिज्ञा लेने को भी कहा। सिन्हा ने कहा, ‘कृपया करके अपने जीवनसाथी को प्यार और इज्जत के साथ रखना। शादी जरूरी है, लेकिन ऐसा अटल नहीं है।’ उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि वह खुद पिछले 59 सालों से अपने पति और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरआर सिन्हा के साथ अच्छा जीवन जी रही हैं।
इसके साथ ही उन्होंने सभी छात्रों को सलाह दी कि वे अपनी शादी का अंत तलाक के साथ न करें। सिन्हा ने कहा, ‘आप लोगों को एक-दूसरे के साथ रहना चाहिए और शादी तोड़ने का फैसला नहीं लेना चाहिए।’ वहीं गोवा की राज्यपाल ने पुरुषों के लिए कहा कि महिलाओं के सम्मान के लिए जिंदगी को रिस्क में डालना कुछ गलत नहीं है। साथ ही मृदुला ने छात्रों से यह भी कहा कि भविष्य में वे अपने बूढ़े माता-पिता को वृद्धाश्रम न भेजें। गोवा की राज्यपाल ने छात्रों को जीवन से संबंधित बहुत सी बातें कही। उन्होंने कचरा न फैलाना और देश को साफ-सुथरा रखने का सबक भी दिया। इस मौके पर केएलई के चांसलर प्रभाकर कौर, वीसी विवेक साओजी, रजिस्ट्रार वीडी पाटिल और अन्य लोग मौजूद थे।