माथे पर चंदन लगाने से बढ़ती है एकाग्रता, मुहांसे, तनाव और बुखार से भी दिलाता है निजात
भारतीय परंपरा में चंदन एक पवित्र औषधीय और धार्मिक महत्व की चीज है। प्राचीन काल से ही यहां चंदन का इस्तेमाल धार्मिक और चिकित्सकीय आवश्यकताओं के हिसाब से होता रहा है। माथे पर चंदन का तिलक लगाने की परंपरा बहुत पुरानी है। इसके पीछे का तर्क है कि चंदन का तिलक लगाने से एकाग्रता बढ़ती है तथा दिमाग को ठंडक पहुंचती है। बाद में तमाम अध्ययों से इन तथ्यों की पुष्टि भी हुई है। माथे पर चंदन लगाने से सिरदर्द की समस्या से भी निजात मिलता है। इसके अलावा त्वचा संबंधी तमाम समस्याओं के लिए भी यह रामबाण औषधि के बतौर इस्तेमाल किया जाता है। तो चलिए जानते हैं कि चंदन लगाने से हमें और कौन-कौन से लाभ प्राप्त होते हैं।
दूर करता है सिरदर्द – चंदन ठंडी प्रकृत्ति का होता है। इस वजह से चंदन को माथे पर लगाने से सिर दर्द में राहत मिलती है। यह सिरदर्द की वजह से गर्म हुई नसों में ठंडक पहुंचाकर उन्हें आराम पहुंचाता है। खासकर गर्मियों में होने वाले सिर के दर्द में चंदन बहुत जल्दी राहत देता है।
बढ़ाए एकाग्रता – अगर आपको काम या पढ़ाई में ध्यान लगाने में दिक्कत हो तो माथे पर चंदन लगाएं। इसे लगाने से दिमाग ठंडा रहता है जिससे एकाग्रता में सुधार होता है। हमारे देश में प्राचीन काल से ही विद्यार्थियों को तिलक लगाने की परंपरा है। इसके अलावा साधु-संतों के भी तिलक लगाने के पीछे यही वजह है।
बुखार से राहत दिलाए – बुखार में सिर को ठंडा रखने के लिए पानी की पट्टियां रखी जाती हैं। इसकी जगह पर चंदन का इस्तेमाल किया जा सकता है। माथे पर चंदन लगा लेने से शरीर का तापमान सामान्य होने लगता है। इससे बुखार में राहत मिलती है।
अनिद्रा और तनाव से आराम दिलाए – दिमाग के ज्यादा सक्रिय होने की वजह से मानसिक तनाव, थकान और अनिद्रा की समस्या हो सकती है। आयुर्वेद के मुताबिक चंदन के लेप से माथे पर मसाज करने से तनाव और अनिद्रा दोनों से राहत मिलती है।
मुहांसे दूर करे – चंदन के से त्वचा के दाग-धब्बों को भी रिमूव किया जा सकता है। चंदन का लेप लगाने से ऑयली स्किन से भी राहत मिलती है। इसके अलावा चेहरे के मुहांसों से भी राहत मिलती है।