मानसून की दूसरी सबसे भारी बारिश में भीगा दिल्ली-एनसीआर
दिल्ली-एनसीआर में सोमवार देर रात से लेकर मंगलवार शाम तक भारी बारिश हुई। दिल्ली के लिए मानक माने जाने वाले सफदरजंग मौसम केंद्र पर 49.6 मिमी बारिश दर्ज की गई, वहीं पालम केंद्र पर 101 मिमीमीटर बारिश दर्ज हुई जो इस केंद्र पर 2007 के बाद अगस्त माह का सबसे भारी बारिश रहा। मौसम पूर्वानुमानों के मुताबकि बुधवार को भी भारी बारिश देखने को मिल सकता है और अगस्त की विदाई बारिश के दौर के बीच होने की संभावना है।
चौदह जुलाई के बाद भारी मॉनसूनी बारिश ने दिल्ली को भिगोया। सोमवार देर रात से मंगलवार सुबह भीषण बारिश दर्ज की गई। पालम मौसम केंद्र पर सोमवार की सुबह साढ़े आठ बजे से मंगलवार की सुबह साढ़े आठ बजे के बीच 24 घंटों की अवधि में 101 मिलीमीटर की भीषण बारिश दर्ज की गई जो बीते 10 सालों में सबसे अधिक है।
स्काइमेट के मुताबिक अनुमान है कि दिल्ली-एनसीआर पर पूर्वी हवाएं अगले तीन-चार दिनों तक इसी तरह बनी रहेगी जिससे बारिश के लिए स्थितियां अनुकूल होंगी। रुक-रुककर या यहां-वहां हो रही बारिश का असर तापमान पर भी दिखेगा। जिससे लोगों को तेज गर्मी से राहत मिलेगी।
दिनभर हुई बारिश से हर जगह लगा जाम
राजधानी में मंगलवार सुबह से शाम तक हुई बारिश के कारण जगह-जगह जलभराव हो गया और वाहन चालकों को मुसीबत झेलनी पड़ी। बारिश के कारण कई इलाकों में घंटों तक जाम लगा रहा और यातायात संचालन के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। दोपहर को हुई झमाझम बारिश के कारण लगे जाम का सबसे ज्यादा असरराष्ट्रीय राजमार्ग-1 पर देखा गया। मुकरबा चौक से नरेला के सिंघु बॉर्डर तक सुबह से ही वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। इसी मार्ग पर पेड़ गिरने और निचले मार्गों पर जलभराव के कारण लंबा जाम लगा रहा। दिल्ली से हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश की तरफ आने-जाने वाले वाहन पांच घंटे से ज्यादा समय तक जाम में फंस रहे। गिरे पेड़ को हटाने के बाद ही यातायात संचालन सामान्य हो सका।
पंजाबी बाग फ्लाईओवर के पास भी लोगों को भीषण जाम से जूझना पड़ा। मधुबन चौक से नेताजी सुभाष प्लेस होते हुए रिंग रोड को जोड़ने वाली सड़क पर भी जाम लगा। बुराड़ी मुख्य मार्ग पर सामान्य दिनों में भी जाम लगा रहता है, लेकिन मंगलवार तड़के हुई बारिश ने इस मार्ग पर जाम के दायरे को बढ़ा दिया और बुराड़ी बाईपास से लेकर कौशिक एंक्लेव तक जाम लगा रहा।