मानहानि केस में झुके अरविंद केजरीवाल, मांगी लिखित माफी
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार (15 मार्च) को पंजाब शिरोमणि अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से माफी मांग ली। केजरीवाल ने मजीठिया पर ड्रग्स के धंधे में लिप्त होने से जुड़े सभी बयान वापस ले लिए। माफी मांगते हुए केजरीवाल ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि अब उन्हें पता चला है कि ‘आरोप निराधार हैं।” गुरुवार को मजीठिया को लिखा गया यह पत्र अदालत में भी दाखिल किया गया। केजरीवाल ने अपने पत्र में कहा कि ”पिछले दिनों में मैं आपके (मजीठिया) खिलाफ कुछ बयान दिए और आरोप लगाए हैं कि आप ड्रग्स के व्यापार में लिप्त हैं। वे बयान राजनैतिक मुद्दा बन गए। अब मुझे पता चला है कि आरोप निराधार हैं। इसलिए ऐसे मुद्दों पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए।”
केजरीवाल ने मजीठिया को आगे लिखा है, ”विभिन्न राजनैतिक रैलियों, जनसभाओं, टीवी कार्यक्रमों, प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया पर मेरे द्वारा लगाए गए आरोपों के चलते, आपने माननीय अमृतसर की अदालत में मानहानि का मुकदमा किया। मैं यहां आपके खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों और बयानों को वापस लेता हूं और इसके लिए क्षमा मांगता हूं। आपके सम्मान को जो चोट पहुंची, आपके परिवार, दोस्तों, शुभचिंतकों, प्रशंसकों और आपको हुई तकलीफ के लिए खेद व्यक्त करता हूं।”
20 मई, 2016 को मजीठिया ने केजरीवाल, संजय सिंह (अब राज्यसभा सांसद) और आशीष खेतान के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था। यह मामला अमृतसर में प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट अर्जुन सिंह के समक्ष विचाराधीन है।
केजरीवाल की ओर से माफी मांगने के बाद चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में मजीठिया ने कहा, ”यह एक पीड़ादायक यात्रा थी, लेकिन मैंने सभी आरोपों का डटकर सामना किया।” उन्होंने कहा कि शायद यह भारत के इतिहास में पहली बार होगा तब कोई सत्तासीन मुख्यमंत्री निराधार आरोपों के लिए ऐसी माफी मांगेगा। मजीठिया ने कहा कि वह कोर्ट केस वापस ले लेंगे।
पिछले सात महीनों में अरविंद केजरीवाल ने दूसरी बार किसी से माफी मांगी है। अगस्त, 2017 में केजरीवाल ने हरियाणा के बीजेपी नेता अवतार सिंह भदाना से क्षमा मांगी थी। एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से कहा कि आम आदमी पार्टी अपने नेताओं के खिलाफ दायर मानहानि के मुकदमों को निपटाने के लिए इसी रणनीति पर अमल करेगी।