मुंबई में ‘पुलिस दीदी’ बनेंगी छात्रों की रक्षक, यौन शोषण से बचाएंगी

शहर में बाल यौन अपराध संरक्षण अधिनियम के तहत दर्ज होने वाले मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मुंबई पुलिस ने बच्चों की यौन शोषण हमलों से सुरक्षा करने का कदम उठाया है। गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में सात साल के प्रद्युम्न की हत्या के बाद मुंबई पुलिस छात्रों की सुरक्षा के लिए अपनी पहल ‘पुलिस दीदी’ की री-लॉन्चिंग कर रही है। मुंबई के अंधेरी इलाके में स्थित एक इंटरनेशनल स्कूल में स्कूल ट्रस्टी और क्लास टीचर द्वारा एक तीन साल की बच्ची का रेप करने के बाद मुंबई पुलिस ने एक साल पहले ‘पुलिस दीदी’ पहल की शुरुआत की थी।

इस पहल के तहत महिला पुलिस अधिकारी नाबालिग बच्चों को यौन शोषण से बचने और अलर्ट रहने के तरीके बताएंगी। अंग्रेजी अखबार महाराष्ट्र टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में एक सीनियर पुलिस अधिकारी के हवाले से लिखा है, ‘इस साल एक पुलिस टीम एक सप्ताह में एक स्कूल का एक घंटे के लिए दौरा करेगी। इस दौरान क्लास 1 से लेकर क्लास 4 चार तक के बच्चों को अच्छी नियत से छूना और बुरी नियत से छूने के बारे में बताया जाएगा।’ इसके साथ ही उन्होंने बताया कि पुलिस शहर के स्कूलों के लिए नए दिशानिर्देश जारी करेगी।

मुंबई सिटी पुलिस कमिश्नर दत्ता पडसालगिकर ने बुधवार को कहा था, ‘मुंबई पुलिस स्कूलों को पहले ही दिशानिर्देश जारी कर चुकी है। गुरुग्राम में हुई घटना के बाद हम लोग एक कदम और आगे बढ़ रहे हैं, अब हम लोग दिशानिर्देशों की समिक्षा करेंगे।’ साथ ही उन्होंने कहा कि इसके लिए पुलिस अभिभावकों, पेरेट्ंस-टीचर एसोसिएशन और स्कूल प्रशासन से फीडबैक इकट्ठा करेगी।

साथ ही पडसालगिकर ने कहा, ‘हम लोग बच्चों की सुरक्षा पर हर दृष्टिकोण से चर्चा करेंगे और स्कूलों के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे।’ इसके लिए एक डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस स्तर के अधिकारी को इन मामलों का नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा।

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