मुंबई में भर्ती मनोहर पर्रिकर फिर जाएंगे अमेरिका, विधानसभा अध्यक्ष बोले- स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां हुईं पैदा
गोवा के विधानसभा अध्यक्ष प्रमोद सावंत ने बुधवार को बताया कि मुंबई के एक निजी अस्पताल में भर्ती गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर शाम इलाज के लिए अमेरिका रवाना होंगे क्योंकि उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानियां पैदा हो गई हैं। सावंत ने संवाददाताओं को बताया कि 62 वर्षीय मुख्यमंत्री आज शाम पांच बजे अमेरिका के लिए रवाना होंगे।
उन्होंने कहा, ‘स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानियां पैदा हो गई हैं इसलिए पर्रिकर इलाज के लिए अमेरिका जा रहे हैं। उनकी हालत स्थिर है और चिंता की कोई बात नहीं है” सावंत ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर मुख्यमंत्री के गोवा लौटने की संभावना है। मुख्यमंत्री का अग्न्याशय संबंधी बीमारी के लिए इस साल तीन महीने तक अमेरिका में इलाज चला था और वह जून में भारत लौटे थे। इस महीने की शुरुआत में वह स्वास्थ्य जांच के लिए फिर से अमेरिका गए थे।
अमेरिका से लौटने के एक दिन बाद ही स्वास्थ्य जांच के लिए वह मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती हुए थे और आज गोवा वापस आने वाले थे। मुख्यमंत्री कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि र्पिरकर आज शाम मुंबई से अमेरिका के लिए रवाना होंगे। अधिकारी ने मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य के संबंध में अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया।
उन्होंने बताया, मुख्यमंत्री पद का आधिकारिक पदभार उनके पास ही रहेगा। किसी अन्य को यह पदभार देने की जरूरत नहीं है।
गोवा भाजपा के प्रवक्ता सिद्धार्थ कुलकोलीनकर ने बताया कि र्पिरकर को यात्रा करते समय बदहजमी की शिकायत हो रही थी और वह इस के इलाज के लिए अमेरिका जा रहे हैं।
केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपाद नाइक ने बताया कि भाजपा की गोवा इकाई के प्रमुख विनय तेंदुलकर मुंबई के अस्पताल में र्पिरकर से मुलाकात करेंगे और इस बारे में स्थिति स्पष्ट करने का प्रयास करेंगे कि उनकी अनुपस्थिति में राज्य का प्रभार किसके पास रहेगा।
नाइक ने कहा, यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है और इस बात पर कोई स्पष्टता नहीं है कि उनकी अनुपस्थिति में राज्य का प्रभार कौन संभालेगा। विनय तेंदुलकर उनसे मिलने मुंबई जा रहे हैं और इसके बाद ही इस पर स्थिति स्पष्ट होगी। उन्होंने बताया कि र्पिरकर की हालत स्थिर है और वह ‘चिकित्सा परामर्श’ के लिए अमेरिका जा रहे हैं।
र्पिरकर ने सात अगस्त को नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और राज्य के खनन सेक्टर के मौजूदा संकट से निपटने में हस्तक्षेप की मांग की थी।