मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रदेश से अराजकता खत्म करने का दावा, कहा- पिछेल छ: महीने में नहीं हुआ एक भी दंगा

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपने छह महीने के कामकाज का ब्योरा देते हुए पिछली सरकारों पर जमकर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि उप्र में छह महीने पहले जब उन्हें सत्ता मिली थी, तब सूबे से जंगलराज और अराजकता दूर करना उनकी पहली प्राथमिकता थी। उन्होंने प्रदेश को अब सुरक्षा का माहौल दिया है। आदित्यनाथ ने कहा, “सत्ता में आते ही हमारे लिए सबसे पहला काम था, यूपी से जंगलराज को खत्म करना, हमारे मंत्रियों के कठोर परिश्रम से यूपी से अपराध का खात्मा हो रहा है।” योगी ने कहा, “पिछले छह महीने में यूपी में एक भी दंगा नहीं हुआ। इससे पहले हर जिले में दंगे होते रहते थे। हमने किसानों के लिए ऋणमाफी का ऐलान किया, उन्हें सर्टिफिकेट तक दे दिए।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस नीति, अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश और जनोन्मुखी कार्य संस्कृति की पुरजोर हिमायत कर उन्होंने अपनी एक नई छवि गढ़ी है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार उसी तर्ज पर काम करना चाहती है, जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्र में कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में तुष्टिकरण की कोई बात नहीं होती। अब यहां विकास, रोजगार, उन्नति की बात होती है क्योंकि यहां दीनदयाल धाम की विचारधारा वाली सरकार है।

मथुरा में पं. दीनदयाल की जन्मशती के अवसर पर नगला चंद्रभान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा, “पर्यटन विभाग ने पहले चरण में नगला चंद्रभान को लिया है। यहां दीनदयाल जी के नाम पर कन्या डिग्री कॉलेज खुलेगा। तीर्थ विकास परिषद के साथ मिलकर संपूर्ण ब्रज के विकास का मिलकर संकल्प लें। पैसे की कोई कमी आड़े नहीं आएगी। बेरोजगारों का पलायन रोकेंगे। यहीं रोजगार देंगे।” मुख्यमंत्री ने कहा, “ब्रजदेश दुनिया के अंदर सनातन आस्था का केंद्र है। ब्रज क्षेत्र के विकास के साथ जन भावनाओं का सम्मान जरूरी है। वृंदावन, गोबर्धन, गोकुल, महाबमवन, नंदगांव को एक-एक कर विकसित करने के लिए ब्रज तीर्थ विकास बोर्ड का गठन किया गया है।”

उन्होंने कहा, “प्रदेश में किसानों की हालत अत्यंत खराब थी। मैं मानता हूं कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सूखे से नुकसान हुआ है। किसान के चेहरे पर खुशहाली होनी चाहिए। सिंचाई विभाग को निर्देशित किया है कि टेल तक पानी पहुंचाए। नुकसान का आकलन कर मुआवजा दिया जाए। हमने किसानों के लिए ऋण माफी का ऐलान किया, उन्हें सर्टिफिकेट तक दे दिए।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुना भी नमामि गंगे योजना का हिस्सा है। इसकी भी शुद्धता की चिंता करनी चाहिए। उन्होंने माना कि मथुरा, आगरा में खारे पानी की समस्या है। उन्होंने कहा, “इसका समाधान होना जरूरी है। इसके लिए आप सब से अपील है कि पौधरोपण करें। तालाब, चेकडैम, वाटर हार्वेस्टिंग बढ़ाए और वर्षा जल को बर्बाद न होने दें। फिर देखें हम हर गांव तक मीठा जल उपलब्ध कराएंगे।”

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