मुख्‍यमंत्री के लिए आरक्षित कुर्सी को लेकर शिवराज ने किया मजाक, बोले- मेरा जाना सफल हो गया

देश के विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों का कार्यक्रम इतना व्यस्त रहता है कि उनके पास खुद के लिए समय निकालना भी मुश्किल हो जाता है। गंभीर मसलों के बीच हल्का-फुल्का वक्त निकाल पाना तो और कठिन होता है। लेकिन, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राजधानी भोपाल में किसी कार्यक्रम में शिरकत करने गए थे। वहां उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया कि उपस्थित लोग खिलखिला कर हंस पड़े। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी खुद को हंसने से नहीं रोक पाए थे। दरअसल, हर समारोह की तरह उस कार्यक्रम में भी मुख्यमंत्री के लिए एक कुर्सी आरक्षित थी। कुर्सी को खाली देख सीएम शिवराज ने चुटकी लेते हुए कहा, ‘यह कुर्सी खाली है, इस पर कोई भी बैठ सकता है।’ शिवराज चौहान ने खुद इस वाकये का वीडियो टि्वटर पर पोस्ट किया और लिखा, ‘कार्यक्रम में मेरे लिए आरक्षित रखी गई कुर्सी को लेकर थोड़ा सा मजाक क्या कर लिया, कुछ मित्र अत्यंत आनंदित हो गए! चलो मेरा आनंद व्याख्यान में जाना सफल हो गया।’ मध्य प्रदेश में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में उनका ट्वीट सामने आने के बाद लोगों ने भी प्रतिक्रियाएं देनी शुरू कर दी। राज अग्रहरि ने लिखा, ‘क्या माम जी हारने के बाद फिल्म में काम करने का प्लान है क्या?’ साहिल देहलवी ने ट्वीट किया, ‘आज भोपाल का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा था, मैं आपका दर्द समझ सकता हूं…गलती आपकी नहीं है।’ शिशुपाल संह भदौरिया ने लिखा, ‘सच जुबां पर आ गया तो अब बहाना हो गया। प्रदेश की जनता ने कमल को कीचड़ में और कमलनाथ को कुर्सी पर बिठाने का फैसला कर लिया है। अब जुमले काम न आएंगे।’ रामाकांत ने ट्वीट किया, ‘मुख्यमंत्री जी कांग्रेसियों को सपने तक में भी आपकी कुर्सी दिखने लगी है। आनंदित करते रहें, लेकिन हम किसी भी हालत में इन्हें कुर्सी नहीं देंगे।’

मध्य प्रदेश में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। वर्षों से राज्य की सत्ता से दूर विपक्षी कांग्रेस ने इसके लिए अभी से ही कमर कस ली है। पार्टी के वरिष्ठ नेता कमलनाथ को राज्य की कमान सौंप दी गई है। वहीं, लोकसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य पदेश में प्रचार अभियान के प्रमुख की जिम्मेदारी दी गई है। कांग्रेस राज्य में सभाएं भी करनी शुरू कर दी हैं। ऐसे में सत्तारूढ़ भाजपा भी अपनी तैयारी में जुट गई है। सीएम शिवराज सिंह चौहान के अलावा अन्य मंत्री भी सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने में जुट गए हैं। कांग्रेस को उम्मीद है कि पार्टी को इस बार एंटी इनकंबेंसी का फायदा मिलेगा और वर्षों के बाद मध्य प्रदेश की सत्ता में वापसी होगी। दूसरी तरफ, भाजपा भी वर्षों के काम का हवाला देकर जनता में सरकार के प्रति विश्वास बनाने की जुगत में जुटी है।

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