‘मुल्क बच जाए, मुसलमान कुर्बानी देने को तैयार’, सुनें राम मंदिर के पक्ष में क्या बोल रहे मुस्लिम नेता
रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पहल को सुलझाने के लिए मुस्लिम समुदाय की ओर से बड़ी पहल की गई है। बाबरी मस्जिद विवाद में मुस्लिम पक्षकार हाजी महबूब ने कहा है कि वह चाहते हैं कि ये मुकदमा जल्द से जल्द खत्म हो, इसके लिए वह और यहां के मुस्लिम कुर्बानी देने को तैयार हैं। मामले को सुलझाने के लिए श्री श्री रविशंकर की मध्यस्थता पर उन्होंने कहा, “रविशंकर जी एक सुलझे हुए इंसान हैं, महात्मा हैं, अगर इस मसले पर पहले बैठकर यह चर्चा कर ली जाए कि क्या किया जाना है तो वह इस पर बात करने को तैयार हैं।” विवादित स्थल पर राम मंदिर की पैरवी कर चुके शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर ही बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि मस्जिद कहां बनेगी, यूनिवर्सिटी बनेगी या स्कूल बनेगी ये अलग मुद्दा है। वसीम रिजवी के मुताबिक राम मंदिर निर्माण की बात कह कर उन्होंने एक बोल्ड स्टेप लिया।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य सलमान हुसैन नदवी ने कहा कि इस मसले का एक हल तलाश करने की जरूरत है जिसका पूरे मुल्क में अच्छा मैसेज जाए। नदवी ने कहा, “हमें सकारात्मक तरीके से काम करना चाहिए, नकारात्मक तरीके से नहीं, ताकि दिल मिल जाए, कोर्ट से आने वाला फैसला अपनी जगह पर है, लेकिन कोर्ट दिल नहीं मिलाता है, फैसला देता है, इसलिए कोशिश ऐसी होनी चाहिए कि दोनों समुदायों का दिल मिले।” राम मंदिर निर्माण मुस्लिम कारसेवक के अध्यक्ष आजम खान ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण से देश का निर्माण होगा, और देश तरक्की करेगा। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान का मुसलमान अब जाग गया है, मुसलमानों को कौम के दलालों ने बहुत बेवकूफ बनाया है, अब हिन्दुस्तान का मुसलमान मंदिर के पक्ष में आ गया है।”
मौलाना फज्ले मन्ना ने कहा कि जबतक दोनों समुदाय के लोग बैठकर बातचीत नहीं करते हैं मसले का समाधान नहीं होगा। शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे सादिक ने कहा कि इस मसले पर लड़ाई की कतई जरूरत नहीं है, बल्कि आपस में बातचीत के जरिये इस मामले को हल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर ये शत-प्रतिशत प्रमाणित हो जाए कि यहां जबर्दस्ती मस्जिद बनाई गई थी तो वो मस्जिद ही रही होगी और वहां नमाज पढ़ना भी जायज नहीं होगा।”