मेघालय: इस पार्टी के पास सत्ता की चाभी, दो सीट जीतकर भी बीजेपी को सरकार बनाने का यकीन, जानें गणित

मेघालय में भारतीय जनता पार्टी को 2 सीटें मिली हैं, लेकिन मीडिया में ऐसी भी अटकलें चल रही हैं कि बीजेपी वहां सरकार बना सकती है। एबीपी न्यूज ने अटकलों के आधार पर जो गणित बताया है, उससे मेघालय में भी बेजेपी की सरकार की संभावना बन रही है। समाचार चैनल के मुताबिक बीजेपी की पहल पर राज्य की एनपीपी, यूडीपी, एचएसपीडीपी और पीडीएफ अगर साथ आती हैं तो सीटों का आंकड़ा 34 पर पहुंच जाएगा, जो कि बहुत से 3 सीटें ज्यादा है। बता दें कि मेघालय के अलावा नागालैंड और त्रिपुरा में भी विधान सभा चुनाव हुए हैं। तीनों राज्यों के चुनावों के परिणाम शनिवार (3 मार्च) को आए। चुनाव परिणामों के आधार पर त्रिपुरा में बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज की। यहां बीजेपी और सहयोगी दल आईपीएफटी को मिलाकर 43 सीटें हाथ लगी हैं। नागालैंड में भी एनडीपीपी और बीजेपी गठबंधन को 29 सीटें मिली हैं। मेघालय में 2 ही सीटें आने पर बीजेपी की उम्मीदें धराशाई होती दिख रही हैं, लेकिन सूत्रों की मानें तो पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अभी उम्मीदें नहीं छोड़ी हैं।

त्रिपुरा में बीजेपी की जीत में सबसे बड़ा हाथ पार्टी के मराठा चेहरा सुनील देवधर का माना जा रहा है। पिछले चुनावों में जहां पार्टी को त्रिपुरा में एक भी सीट नहीं मिली थी वहां उसने ऐतिहासिक जीत दर्ज कराई है। सुनील देवधर ने बीबीसी को बताया कि उन्होंने राज्य में पार्टी के लिए संभावनाएं बनाने के लिए बूथ स्तर पर जाकर काम किया और दूसरे दलों के ऐसे नेताओं को बीजेपी में जोड़ा जो उनकी पार्टियों में उपेक्षा का शिकार हो रहे थे या किसी कारण पार्टी से नाराज चल रहे थे। उन्होंने बताया कि इस इलाके में कांग्रेस की स्थिति देश के बाकी राज्यों से अलग है, यहां कांग्रेस में भी अच्छे नेता रहे हैं, इसलिए वह उनसे मिले और बीजेपी में आने का निमंत्रण दिया।

उन्होंने बताया कि वाम दलों के नाराज नेताओं को भी वह पार्टी में जोड़ने में सफल रहे। इससे पार्टी की दायरा बढ़ता गया और वह मजबूत होती गई। पूर्वोत्तर में बीजेपी के इस प्रदर्शन से गदगद पार्टी नेताओं ने जमकर जश्न मनाया और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह समेत पीएम और बाकी नेताओं ने जीत का सेहरा कार्यकर्ताओं के सिर बांधा। अमित शाह ने कहा कि पूर्वोत्तर से चला बीजेपी की जीत का रथ कर्नाटक की तरफ मुड़ना चाहिए।

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