मैं विधायकों के पैर पड़ने को भी तैयार- बोले बिहार कांग्रेस प्रमुख कादरी
बिहार में राजनीतिक उठापटक थमती नजर नहीं आ रही है। एक तरफ राजद प्रमुख लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव सीबीआई के केस में फंसे हैं तो दूसरी तरफ बिहार कांग्रेस पर अभी भी टूट का खतरा नहीं टला है। नीतीश कुमार की जदयू के कांग्रेस और राजद का साथ छोड़कर बीजेपी के साथ सरकार बना लेने के बाद से ही ये अफवाह फिजां में है कि कांग्रेस टूट सकती है और उसके विधायक जदयू में शामिल हो सकते हैं। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अशोक चौधरी को हटाए जाने के बाद कौकब कादरी को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया है। कादरी मानते हैं कि बिहार कांग्रेस का संकट अभी टला नहीं है। हालांकि उन्हें भरोसा है कि वो और कांग्रेस आलाकमान मामले को संभाल लेंगे।
कादरी से इंडियन एक्सप्रेस संवाददाता संतोष सिहं ने बातचीत की और बिहार कांग्रेस में चल रहे मौजूदा संकट के बारे में उनसे पूछा। कादरी से पूछा गया कि अशोक चौधरी को बिहार कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद वो विभाजन को कैसे रोकेंगे? इस पर कादरी ने कहा, “मुझे कोई अहंकार नहीं है। अगर कोई दिक्कत होगी तो मैं विधायकों के पैर पकड़ने के लिए भी तैयार हूँ। मैं विधायकों, विधान परिषद सदस्यों और पार्टी नेताओं की बैठक करने की कोशिश कर रहा हूं। मैं विधायकों से संपर्क में हूँ। उनमें से कइयों ने मुझे आश्वासन दिया है कि वो पार्टी नहीं छोड़ रहे हैं। एक विधायक ने बताया कि चौधरी ने उन पर इतना दबाव बना दिया था कि उन्हें बिहार छोड़कर जाना चाहते हैं। मैं विधायकों का पार्टी में भरोसा बहाल करना चाहता हूँ।”
जब कादरी से पूछा गया कि क्या ये निराशाजनक नहीं है कि जब वो कार्यभार संभालने पहुंचे तो बिहार कांग्रेस के दफ्तर में पार्टी के 27 में से केवल एक विधायक वहां मौजूद थे? इस पर कादरी ने कहा, “कार्यवाहक अध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा और कार्यभार संभालने के बीच मुझे बहुत कम समय मिला। हालांकि मेरे पदभार संभालने के दिन केवल बिक्रम (पटना) के विधायक सिद्धार्थ ही आ सके लेकिन मेरी कई और विधायकों से बातचीत हुई थी।” कादरी ने ये आरोप भी लगाया कि नीतीश कुमार की जदयू कांग्रेस को तोड़ना चाहती है। कादरी ने दावा किया कि उनके सूत्रों ने उन्हें बताया है कि जदयू ने कांग्रेस के 14 विधायकों से एक कागज पर दस्तखत कराए थे। कादरी ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने कई विधायकों से बातचीत की है और वो पूरी कोशिश करेंगे जदयू और अशौक चौधरी अपने मंसूबों में कामयाब न हों।