मैक्सिको में 22 साल बाद फिर आया सबसे ज्यादा तबाही मचाने वाला ‘जलजला’, 15 से अधिक लोगों की मौत

मैक्सिको में आए 8.2 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई । भूकम्प के बाद सुनामी की चेतावनी दी गई है। मैक्सिको के राष्ट्रपति ने इसे देश में शताब्दी के सबसे बड़े जलजलों में से एक बताया है। मैक्सिको की भूकंप संबंधी सेवा ने कहा कि भूकंप दक्षिणी चियापास राज्य के तटीय शहर तोनाला से करीब 100 किलोमीटर दूर प्रशांत सागर के अपतटीय इलाके में तकरीबन रात 11 बजकर 49 मिनट पर आया।

राष्ट्रीय आपदा रोकथाम केंद्र के मुख्यालय से संबोधन में राष्ट्रपति एनरिक पेन्या नीटो ने कहा कि यह रिएक्टर पैमाने पर एक बड़ा भूकंप था। इसकी तीव्रता पिछले 100 साल में सबसे अधिक थी। वह मुख्यालय में आपात स्थिति की प्रतिक्रिया की निगरानी कर रहे थे।

अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण ने भूकंप की तीव्रता 8.1 बताई है जिसका केन्द्र जमीन से 69.7 किलोमीटर गहराई पर था। इतनी तीव्रता का भूकंप 1985 में आया था जिसमें मैक्सिको सिटी में 10,000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। यह देश में आया सबसे तबाही मचाने वाला भूकंप था। भूकंप इतना शक्तिशाली था कि उसने अपने केंद्र से करीब 800 किलोमीटर दूर उत्तर में स्थित मैक्सिको सिटी में भी घरों और इमारतों को हिला दिया और लोग बाहर भागने लगे। भूकंप के झटके देश के बड़े हिस्से में महसूस हुए।

पेन्या नीटो ने कहा कि चियापास में इमारतों के ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई। टबैस्को राज्य के गवर्नर ने कहा कि राज्य में दो बच्चों की मौत हो गई। एक बच्चे की मौत दीवार गिरने की वजह से हुई है जबकि दूसरे बच्चे को सांस देने के लिए यंत्र लगाया हुआ था और भूकंप की वजह से बिजली आपूर्ति बाधित होने के कारण उसकी मौत हो गई।

आपात स्थिति प्रतिक्रिया एजेंसी के प्रमुख रिकार्डो डे ला क्रूज के मुताबिक, सबसे ज्यादा प्रभावित ओक्साका राज्य का जचिटैन हुआ है जहां 10 लोगों की मौत हुई है। अधिकारियों ने कहा है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। पेन्या नीटो ने कहा कि मैक्सिको की 12 करोड़ की आबादी में से पांच करोड़ लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए।

 

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