मैलाना के बिगड़े बोल, कहा- हिंदू शब्द मुगलों की खोज, इस शब्द का मतलब गाली होता है
ऑल इंडिया इमाम एसोसियेशन के प्रेसीडेंट मौलाना साजिद रशीदी ने एक लाइव टीवी शो में ये कह कर विवाद खड़ा कर दिया कि हिंदू शब्द मुगलों द्वारा दिया गया है और इसका इस्तेमाल गाली के तौर पर होता था। मौलाना ने अपने अस बयान को सही ठहराते हुए कहा कि तुलसीदास ने अस बात को लिखा है। हालांकि मौलाना ये साबित नहीं कर पाए कि तुलसीदास ने किस जगह पर ऐसा लिखा है। दरअसल हुआ ये कि राजस्थान की भाजपा सरकार ऐसा बिल लाने की तैयारी में है, जिसके तहत धर्म परिवर्तन करने से पहले संबंधित जिला कलक्टर की अनुमति लेनी होगी। भाजपा राज में राजस्थान धर्म स्वातंत्र्य विधेयक-2008 को राष्ट्रपति से मंजूरी मिल सकती है। राजस्थान की भाजपा सरकार ने कुछ माह पहले ही इस धर्म स्वातंत्र्य विधेयक को राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए केंद्र को भेजा है। इसकी तथ्यात्मक रिपोर्ट भी केंद्र को भेजी है। जिसमें बिल को पूरी तरह से संविधान के अनुरूप होना बताया है। इसके अलावा एटार्नी जनरल की आपत्तियों को भी दूर कर सुधार किया गया है। यदि बिल के पारित होने पर कोई व्यक्ति कलेक्टर की अनुमति के बिना धर्म परिवर्तन करेगा तो अपराध की श्रेणी में आएगा। जिसमें पांच साल तक की सजा का प्रावधान रहेगा।
इसी मुद्दे पर हिंदी न्यूज़ चैनल न्यूज़ 24 पर एक डिबेट शो रखा गया था। डिबेट शो में तमाम मेहमानों के अलावा ऑल इंडिया इमाम एसोसियेशन के प्रेसीडेंट मौलाना मोहम्मद साजिद रशीदी भी मौजूद थे। मौलैना ने डिबेट को उस वक्त आक्रामक कर दिया जब उन्होंने ये कह दिया कि हिंदू शब्द का इस्तेमाल गाली के तौर पर होता था। मौलाना ने कहा कि तुलसीदास ने लिखा है कि हिंदू शब्द मुगलों का दिया हुआ है और इसका मतलब गाली होता है। मौलाना की ये बात सुन शो में मौजूद सारे मेहमान भड़क गए। शो के एंकर ने भी कहा कि या तो आप माफी मांगो या फिर ये दिखाओं कि तुलसीदास ने ऐसा कहां लिखा है। हालांकि मौलाना अस तरह का कोई प्रमाण नहीं दे सके।