मोटापा, अनिद्रा और कैंसर के लिए अचूक औषधि है केले का छिलका, जानें कैसे करें इस्तेमाल
केला कई तरह के स्वास्थ्यवर्द्धक विटामिन्स और मिनरल्स का भरपूर स्रोत होता है। इसमें विटामिन बी-6, बी-12, पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं। केला जहां मसल्स और वजन बढ़ाने के लिए मशहूर है वहीं केले का छिलका वजन घटाने के अचूक नुस्खे के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। अक्सर लोग खाने के बाद केले के छिलके को फेंक ही देते हैं। उन्हें नहीं पता होता है कि जिस छिलके को वे फेंक रहे हैं उसमें विटामिन ए का भंडार है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, जिसमें लुटेनिन नाम का एक तत्व होता है जो आंखों को स्वस्थ रखने में मदद करता है तथा जिसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल तो नियंत्रित करता ही है साथ ही वजन कम करने में भी मदद करता है।
क्या होते हैं फायदे – केले के छिलके के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर जापानी साइंटिफिक रिसर्च में यह बताया गया है कि पीले रंग का केले का छिलका कैंसररोधी गुणों से भरपूर होता है। यह शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स के निर्माण में मदद करता है। अगर आप पीले केले के छिलके की बजाय हरे छिलके का इस्तेमाल करते हैं तो इसके लिए जरूरी है कि आप उसे 10 मिनट तक पानी के साथ उबाल लें। इससे छिलके नरम हो जाते हैं और तब इसे खाया जा सकता है। एक अन्य अध्ययन में कहा गया है कि केले के हरे छिलको में ट्रिप्टोफन नाम का एमिनो एसिड होता है जो रात में अच्छी नींद लाने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें मौजूद सेरोटोनिन तनाव दूर करने में तथा डोपामिन दिल की धड़कन को दुरुस्त करने तथा किडनी को पर्याप्त मात्रा में रक्त आपूर्ति करने में मददगार होता है।
कैसे करें सेवन – केले के छिलके का सेवन करने की अनेक विधियां प्रचलन में हैं। कुछ लोग इसे कच्ची अवस्था में ही खाते हैं तो कुछ लोग केले के छिलके को पानी में 10 मिनट तक उबालकर इसका सेवन करते हैं। केले के हरे छिलके की सब्जी भी बनाई जाती है। इसके लिए इसमें तमाम मसाले और अन्य सामग्री डालकर इसे स्वादिष्ट बनाया जाता है। केले के पीले छिलके तो डाइरेक्ट खाए जा सकते हैं। इसमें केले का फ्लेवर हरे छिलकों के मुकाबले ज्यादा होता है। आप केले के छिलको को मिक्सर में पीसकर इसका शॉट भी बना सकते हैं। यह पोषण से बरपूर होता है।