मोदी सरकार ने बदल दिया पीएम की महत्वाकांक्षी योजना का नाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त के अपने भाषण में 5 लाख रुपये की जिस स्वास्थ्य सुरक्षा योजना को ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान’ कहकर संबोधित किया था, उसका नाम बदल दिया गया है। बीते सोमवार (27 अगस्त) को स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने इस योजना को ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ बताया। पूरा नाम वैसा ही है, केवल ‘अभियान’ शब्द को ‘योजना’ से बदल दिया गया है। इस नाम को बदलने के पीछे एक दिलचस्प बात सामने आई है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक नाम बदलने के पीछे उसका संक्षिप्त रूप कारण बना। प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान का अंग्रेजी में संक्षिप्त रूप PMJAA होता है। भारत के बहुत से भागों में JAA के मतलब जाने से होता है। चुनावी वर्ष में ‘पीएम जा’ इस लिहाज से ठीक नहीं लग रहा था। इसी बात को ध्यान में रखते हुए PMJAA की जगह PMJAY नाम कर दिया गया, जिसे विस्तृत रूप में ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना कहा जा रहा है। जेपी नड्डा ने बताया था कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना आगामी 25 सितंबर से पूरी तरह लागू हो जाएगी। उन्होंने जानकारी दी थी कि 29 राज्यों और केंद्र शासित राज्यों ने योजना के सहमति पत्र पर दस्तखत कर इसके क्रियान्वयन को हरी झंडी दी है।
फिहलाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर यह योजना 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में शुरू हो चुकी है। नड्डा ने एक कार्यक्रम में कहा कि पीएमजय के अंतर्गत स्वास्थ्य संबंधी आंकड़ों को सुरक्षा देने और उन्हें सहेजकर रखने के लिए ऐसी व्यवस्था बनाई गई है कि व्यक्ति की मंजूरी के बिना जानकारी साझा नहीं की जा सकेगी। लाभार्थी के तौर पर व्यक्ति का एक पहचान पत्र बनाया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत साल में 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा मिलेगा।
नड्डा ने बताया था कि कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय बीच एक समझौता हुआ है। समझौते के तहत एक लाख आरोग्य मित्र प्रशिक्षित किए जाएंगे। ये आरोग्य मिंत्र योजना के लाभार्थियों की पहचान करने में भूमिका निभाएंगे। पीएम मोदी कह चुके हैं कि इस योजना से देश के करीब 10 करोड़ परिवारों को लाभ होगा।