युवराज सिंह को 90% वोट मिलने के बाद भी सहवाग ने अश्विन को बनाया कप्तान, ये था कारण
आईपीएल में लगभग सभी टीमें कुछ नए खिलाड़ियों के साथ इस साल टूर्नामेंट का आगाज करेंगी। आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स और किंग्स इलेवन पंजाब की टीम को सबसे कमजोर माना जाता रहा है। इस साल दोनों ही टीमें बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगी। गौतम गंभीर की कप्तानी में दिल्ली को उम्मीद है कि वह प्लेऑफ तक पहुंच सकती है तो वहीं पहली बार आईपीएल में पंजाब की टीम की कप्तानी कर रहे आर अश्विन अपनी शुरुआत एक बेहतर रिकॉर्ड के साथ करना चाहेंगे। सोमवार को किंग्स इलेवन पंजाब की टीम ने अश्विन को इस साल की कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपी। हालांकि, टीम में और भी कई ऐसे खिलाड़ी थे, जो कप्तान बनाए जा सकते थे। एरॉन फिंच, डेविड मिलर, क्रिस गेल और युवराज सिंह जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को छोड़ पंजाब की टीम ने अश्विन पर भरोसा जताया है। दरअसल, फेसबुक लाइव के जरिए टीम के मेंटर वीरेंद्र सहवाग ने कहा, ”लगभग 90 % ऐसे लोग थे जो टीम की कप्तानी युवराज को करते हुए देखना चाहते थे। युवराज सिंह के पास कप्तानी का अच्छा-खासा अनुभव भी है, लेकिन हमारी सोच इस साल बिल्कुल अलग थी। हम किसी ऐसे खिलाड़ी को कप्तानी सौंपना चाहते थे, जिसकी कप्तानी के बारे में ज्यादा लोग नहीं जानते हों।”
सहवाग ने कहा, ”आर अश्विन टीम मैनेजमेंट और मेरी पहली पसंद थे, लिहाजा हमने उन्हें कप्तान बनाना बेहतर समझा। युवराज सिंह मेरे करीबी मित्र हैं, लेकिन खेल और दोस्ती अपनी-अपनी जगह होनी चाहिए। घरेलू टूर्नामेंट में होने वाले छोटे फॉर्मेट के अंदर अश्विन का रिकॉर्ड बतौर कप्तान शानदार रहा है। उन्होंने 15 मुकाबलों में कप्तानी करते हुए टीम को 12 में जीत दिलाने का काम किया है। बता दें कि पंजाब की टीम ने जनवरी में हुए ऑक्शन के दौरान अश्विन को 7.6 करोड़ रुपए में खरीदा था।
पिछले साल निराशाजनक प्रदर्शन करने वाली पंजाब की टीम इस साल बेहद मजबूत नजर आ रही है। टीम के पास केएल राहुल, मयंक अग्रवाल, करुण नायर और युवराज सिंह जैसे भारतीय बल्लेबाज हैं तो वहीं क्रिस गेल, एरॉन फिंच, मार्कस स्टोइनिस और डेविड मिलर के रूप में टीम के पास विदेशी बल्लेबाज भी हैं।