यूपी: एसडीएम ने धार्मिक कार्यक्रम का माइक हटाया, अखिलेश यादव बोले- भाजपा राज में रामकथा करना भी अपराध
उत्तर प्रदेश के कन्नौज के हथिनी गांव में एक धार्मिक अनुष्ठान में कथित तौर पर एसडीएम के द्वारा डाली गई बाधा और तोड़फोड़ की पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने निंदा की है। अखिलेश यादव ने इसी के साथ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को निशाने पर लिया। अखिलेश यादव ने कहा- “रामकथा के आयोजन में विघ्न डालकर भाजपा ने जता दिया है कि उसकी धार्मिकता और राम मंदिर बनाने की बातें सिर्फ दिखावा हैं। उसका पहला और अंतिम लक्ष्य सिर्फ सत्ता का दुरुपयोग करना है।” समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि राम का नाम लेकर सत्ता में आई भाजपा के राज में रामकथा का आयोजन करना भी अपराध बन गया है। कन्नौज के एक गांव में घटी घटना से तो यही साबित होता है कि अब रामकथा या तो अफसरशाही की मर्जी का मोहताज बनेगी या फिर उसका आयोजन होने ही नहीं दिया जाएगा। अखिलेश ने कहा कि लगता है योगी के राज में रामकथा का आयोजन करने वाले की अच्छी खासी पिटाई भी होगी।
सपा प्रमुख मीडिया से कहा कि कन्नौज के हथिनी गांव में बुधवार (16 मई) को रामायण पाठ के साथ रामकथा का आयोजन शाम तक ही चलना था। लेकिन वहां से गुजर रहे एक एसडीएम साहब को यह सब नागवार गुजरा और उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर लगे माइक को हटाने के साथ वहां रखे सामान को भी तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी एसडीएम के इस तानाशाही की निंदा करती है और मामले की जांच से पहले एसडीएम को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की मांग करती है।
इससे पहले अखिलेश यादव ने शायराना अंदाज में एक ट्वीट कर कर्नाटक के घटनाक्रम पर भी भाजपा पर हमला बोला। गुरुवार (17 मई) को किए एक ट्वीट में अखिलेश यादव ने लिखा- ”आज फिर लोकतंत्र की शपथ ली जाएगी, आज फिर एक बार और हत्या की जाएगी, आज फिर सत्ता की हनक दिखाई जाएगी, आज फिर जमीर की मंडी सजाई जाएगी, आज फिर आजादी थोड़ी और मर जाएगी।”
आज फिर लोकतंत्र की शपथ ली जाएगी
आज फिर एक बार और हत्या की जाएगी
आज फिर सत्ता की हनक दिखाई जाएगी
आज फिर ज़मीर की मंडी सजाई जायेगी
आज फिर आज़ादी थोड़ी और मर जायेगी— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 17, 2018