यूपी बीजेपी नहीं करेगी दीनदयाल उपाध्याय जयंती पर ‘भव्य’ कार्यक्रम

दिल्ली में 25 सितंबर को होने वाली भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के चलते पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती ज्यादा तामझाम के साथ नहीं मनायी जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार और बीजेपी पार्टी के प्रमुख विचारक रहे दीयदयाल उपाध्याय की जन्मशती मना रही है। प्रदेश के सभी सांसद और विधायक राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने जा सकते हैं। इसीलिए पार्टी ने तय किया है कि इस मौके पर प्रदेश में कोई बड़ा आयोजन नहीं होगा।

बीजेपी के प्रवक्ता चंद्र मोहन ने कहा, “समापन समारोह सभी जिलों में आयोजित होगा और सभी नेता उनमें मौजूद रहेंगे। पिछले महीने हुई सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता के शीर्ष 10 विजेताओं को इन कार्यक्रमों में सम्मानित किया जाएगा। दीनदयाल उपाध्याय की विचारधारा पर संभाषण होंगे।” बीजेपी की जिला इकाइयां इन कार्यक्रमों में वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित करना चाहती हैं लेकिन पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और सचिव स्तर के पदाधिकारियों के ही उपलब्धता संभव हो सकेगी। यूपी बीजेपी के उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर ने कहा कि राज्य स्तरीय कार्यक्रम की कोई योजना नहीं थी क्योंकि मुख्य कार्यक्रम राष्ट्रीय स्तर पर होगा।

राठौर ने बताया कि दीनदयाल उपाध्याय जन्मशती से जुड़े कार्यक्रमों की तस्वीरों से एक पुस्तिका तैयार की गयी जो राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बांटी जाएगी। बीजेपी ने उपाध्याय जन्मशती वर्ष में “मेरा घर बीजेपी का घर”, रक्त दान, सार्वजनिक कल्याण कार्यक्रम, सेवा सहयोगी संगम, सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, किसान कल्याण पंचायत, युवा कला संगम, “पढें बेटियां, बढ़ें बेटियां” इत्यादि कार्यक्रम करवाए थे। इन कार्यक्रमों में बीजेपी की अनुसूचित जाति मोर्चा, पिछड़ी जाति मोर्चा और अल्पसंख्यक मोर्चा ने भी हिस्सेदारी की।

केंद्र सरकार ने यूपी सरकार की अनुशंसा पर चंदौली जिले के मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन रखने का प्रस्ताव मंजूर किया। 25 सितंबर 1916 को मथुरा में जन्मे दीनदयाल उपाध्याय 11 फरवरी 1968 को मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के डिब्बे में मृत पाए गये थे। भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष रहे उपाध्याय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अग्रणी विचारकों में शुमार होते हैं। 1977 के आम चुनाव से पहले भारतीय जनसंघ का जनता पार्टी में विलय हो गया था। लेकिन 1980 में जनसंघ का धड़ा जनता पार्टी से निकलकर भारतीय जनता पार्टी बना ली थी।

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