यूपी में डकैतों के हौसले बुलंद, पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह के घर को ही बना डाला निशाना
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बदमाशों के खिलाफ भले ही अभियान छेड़ रखा हो, लेकिन डकैतों के हौसले अब भी पहले की ही तरह बुलंद हैं। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सुलखान सिंह के रिटायर हुए तकरीबन ढाई महीने हो चुके हैं। इस बीच, उनके गांव में डकैतों ने डाका डाल दिया। डकैतों ने पूर्व डीजीपी के चचेरे चाचा के घर को निशाना बनाया। बदमाश दो लाख रुपये नकद और छह लाख रुपये मूल्य के जेवर लूटकर फायरिंग करते हुए फरार हो गए। डैकेतों ने घटना के वक्त घर में मौजूद बुजुर्ग महिला की डंडे से पिटाई कर डाली, जिसमें वह घायल हो गईं। पुलिस ने चोरी के मामले में केस दर्ज किया है। पुलिस अधीक्षक शालिनी ने घटनास्थल पहुंचकर जांच की और आरोपियों को जल्द से जल्द दबोचने की बात कही।
उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह मूल रूप से बांदा जिले के जौहरपुर गांव के रहने वाले हैं। वह लखनऊ में अपने परिवार के साथ रहते है और उनके माता-पिता और अन्य परिजन गांव में ही रहते हैं। जौहरपुर के मजरा चारकूरा में उनके चचेरे चाचा गजेंद्र सिंह परिवार के साथ रहते हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कच्छा और चड्ढी पहने असलहों से लैस आधा दर्जन डकैतों ने उनके घर पर धावा बोल दिया और मुख्य दरवाजे में लगा ताला तोड़कर घर में घुस गए थे। उस वक्त गजेंद्र सिंह और उनके चचेरे भाई सिद्धार्थ सिंह अलग-अलग कमरों में सो रहे थे। डकैतों ने उनके कमरों की कुंडी बाहर से बंद कर दी थी। गजेंद्र की मां शिवकली और चाची मीरा देवी आंगन में सो रही थीं। डकैतों को देखकर उन्होंने आवाज लगाई थी। इस पर बदमाशों ने उन पर हमला बोल दिया था। डकैतों ने एक कमरे का पहले ताला तोड़ा और बाद में अलमारी का लॉक तोड़ कर करीब छह लाख रुपये के सोने-चांदी के जेवर लूट लिए। लुटेरों ने दूसरे कमरे की कुंडी तोड़कर अटैची से दो लाख रुपये और कुछ जेवर निकाल लिए। इस बीच आहट पर जगीं मीरा देवी एक डकैत की ओर बढ़ीं तो उसने डंडे से हमला कर दिया, जिससे वह बेहोश होकर गिर गई थीं।
पुलिस महकमे में इस डकैती कांड से हड़कंप मच गया और देखते ही देखते पूरा गांव छावनी में तब्दील हो गया। मौके पर एसपी भी पहुंच गईं और फोरेंसिक टीम के विशेषज्ञों ने नमूने लिए। गांव के बाहर ट्यूबवेल के पास खाली अटैची, झोला व बक्सा आदि पड़े मिले। गजेंद्र सिंह की तहरीर पर तिंदवारी थाने में सिर्फ चोरी की घटना दर्ज की गई, जबकि एसपी ने खुद डकैती की बात मानी है।