यूपी में रूह कंपाने वाली घटना: रात में रखा नवजात का शव, तड़के सफाईवाले ने कूड़ेदान में फेंका; CCTV से खुला राज
गोरखपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र के मुफ्तीपुर मोहल्ले में नवजात के शव को कूड़ेदान में फेंके जाने के मामले में अमर उजाला के हाथ सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग लगी है। इसमें साफ दिख रहा है कि रात में सफेद कपड़े में लिपटे नवजात के शव को नल के पास रखा गया। बगल में ट्रांसफार्मर से पहले दाएं तरफ थोड़ी सी खाली जगह है। अलसुबह नगर निगम का सफाई कर्मी मौके पर आता है और कूड़ा उठाने वाले बेलचे से पोटली को उठाकर ट्रांसफार्मर के पास कूड़ेदान में फेंक देता है। थोड़ी देर में इसी कपड़े को खोलकर कुत्ते शव को नोचने लगते हैं।
स्थानीय लोगों ने पुलिस को फोन कर जानकारी दी। इसी के बाद मौके पर पुलिस आती है। संस्कार मैरेज हाउस की गली से आगे आकर दयानंद कन्या इंटर कॉलेज की तरफ एक रास्ता मुड़ता है। इसी मोड़ पर एक तरफ मजार है और सरकारी नल लगा है। इस गली में अस्पताल है और आगे की तरफ रिहायशी इलाका है।
सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग में सुबह 5 बजकर 26 मिनट पर नगर निगम के कूड़े की गाड़ी लेकर आता सफाई कर्मी दिखता है। कूड़ा गाड़ी, ट्रांसफार्मर से थोड़ी दूर खड़ी करता है। 5 बजकर 26 मिनट, 27 सेकेंड पर सफाई कर्मी बेलचा हाथ में लिए पहले ट्रांसफार्मर के पास आता है। फिर इधर-उधर देखता है। इसके बाद ट्रांसफार्मर के बगल में मजार और नल के बीच खाली स्थान से सफेद कपड़े में लपेटा कुछ कूड़ेदान के पास फेंकता है और फिर जिधर से आया रहता है, उसी तरफ चला जाता है।
बेलचे से कपड़े में लपेटा शव कूड़े में फेंकते देख साइकिल से जा रहा राहगीर भी सफाई कर्मी और कूड़ेदान की तरफ संदिग्ध नजरों से देखता है और आगे बढ़ जाता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि नवजात के शव को रात के समय ही इस खाली जगह पर लाकर रखा गया होगा। रात में सवा दस बजे से लेकर सवा बारह बजे तक इलाके में बिजली भी गुल थी। इसी का फायदा उठाकर गली और मोहल्ले को करीब से जानने-समझने वाले ने इस जगह नवजात के शव को रख दिया होगा। दिन के वक्त अगर ऐसा होता तो जरूर कुत्ते या अन्य किसी की नजर इस पर पड़ ही जाती।
सुबह सफाईकर्मी ने जब इसे उठाकर कूड़ेदान में फेंका तो लपेटा कपड़ा खुल गया था। इससे बच्चे का शव कपड़े के बाहर आ गया। इसके बाद कुत्ते नवजात के शव को नोचने लगे। स्थानीय लोगों का भी कहना है कि सफाई कर्मी को सफेद कपड़े में लिपटे सामान को लेकर पूरी जानकारी रही होगी। अगर पुलिस सीसीटीवी के आधार पर सफाई कर्मी से सख्ती के साथ पूछताछ करे तो पूरी कहानी अपने आप खुल जाएगा।
शव मिलने के थोड़ी देर में ही दर्ज हुआ केस
कोतवाली पुलिस ने शव मिलने के थोड़ी देर के अंतराल पर ही बीएनएस 94 के तहत अज्ञात पर केस दर्ज कर लिया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भी भेज दिया था। दरअसल, भारतीय दंड संहिता में बीएनएस 94 को धारा 318 में दर्ज किया जाता था। इसके तहत नवजात को गोपनीय तरीके से जीवित अथवा मृत फेंकना अपराध की श्रेणी में आता है। लेकिन, इस मामले में माता-पिता पर भी बीएनएस धारा 91 के तहत विधिक कार्रवाई भी जरूरी है।