यूपी में सपा-बसपा गठबंधन पर योगी आदित्यनाथ ने कसा तंज, पढ़ा रहीम का ये दोहा
उत्तर प्रदेश में होने वाले लोकसभा उपचुनाव के लिए नये सियासी समीकरणों की आहट सुनाई पड़ रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट पर अखिलेश यादव और मायावती के बीच गठबंधन होने वाला है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस प्रस्तावित गठबंधन पर तंज कसा है। रविवार (4 मार्च ) को पत्रकारों से बात करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस दोस्ती पर कवि रहीम के एक दोहे के जरिए तंज कसा। योगी ने कहा, ‘कह रहीम कैसे निभे, केर-बेर को संग।’ कवि रहीम के इस दोहे का मतलब है कि केले का पत्ते और बेर एक साथ नहीं रह सकते हैं। अगर ये दोनों साथ आए तो इनमें से केले के पत्ते का बेर के कांटों से कटना तय है। सीएम ने कहा कि ये दोनों दल भले ही साथ आने का प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन दोनों के बीच की दूरियां कम नहीं हो सकती है। सीएम योगी त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय में बीजेपी के शानदार प्रदर्शन के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि इनमें से कौन बेर और कौन केर हैं तो सीएम जवाब देते हुए लोगों को अतीत में ले गये।
सीएम ने कहा कि गेस्ट हाउस कांड किसने करवाया था। लखनऊ में बने स्मारकों को तोड़ने की चेतावनी कौन दे रहा था। सीएम ने कहा कि दोनों में से एक केर है और दूसरा बेरा, और ये दोनों साथ नहीं रह सकते हैं। बता दें कि गोरखपुर लोकसभा सीट और फूलपुर लोकसभा सीट के लिए 11 मार्च को वोट डाले जाएंगे। योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने से और केशव प्रसाद मौर्या के डिप्टी सीएम बन जाने से ये दोनों सीटें खाली हुई थीं। चुनाव के नतीजे 14 मार्च को आएंगे। समाजवादी पार्टी जोर-शोर से इस चुनाव को लड़ने में लगी है। सपा अध्यक्ष ने गोरखपुर उपचुनाव के लिये प्रवीण निषाद को पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया है। जबकि फूलपुर सीट से नागेन्द्र प्रताप सिंह चुनाव लड़ रहे हैं।