योगी आदित्यनाथ को उनके मंत्री का चैलेंज, उनमें हिम्मत नहीं कि मुझे चुनौती दें
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर उन्हीं की सरकार के एक मंत्री ने निशाना साधा है। सरकार में पिछड़ा और दिव्यांग कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर गुरुवार को मुरादाबाद में थे। राजभर ने सर्किट हाउस में अपने कार्यकर्ताओं और पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा, ”सीएम आदित्यनाथ में मुझे चुनौती देने की हिम्मत नहीं है। मैं जमीनी स्तर का नेता हूं और चुनाव जीतकर गठबंधन सरकार में मंत्री बना हूं।”
ओमप्रकाश राजभर, यूपी की भाजपा नीत गठबंधन सरकार में शामिल दल सुहैलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। राजभर मुरादाबाद में अपनी पार्टी के अलीगढ़, मेरठ, मुरादाबाद और सहारनपुर मंडल के पदाधिकारियों से मिलने और पार्टी की गतिविधियों की समीक्षा बैठक करने के लिए आए थे। राजभर ने अपनी पार्टी के पदाधिकारियों से साफ कहा कि अगर पार्टी के कार्यकर्ता अपने बैनर—पोस्टर में भाजपा नेताओं की फोटो छपवाते हैं तो ये मान लीजिए कि वे पार्टी में रह नहीं पाएंगे।
हालांकि राजभर को पीएम नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ की ईमानदारी पर कोई शक नहीं है। उन्होंने पत्रकार वार्ता में कहा, ”पीएम और सीएम योगी आदित्यनाथ की कोशिशें ईमानदार हैं। वह देश और प्रदेश के विकास के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं। लेकिन प्रदेश का विकास बंटवारे के बिना संभव नहीं है।” वहीं एससी—एसटी कानून पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा,”बिना न्यायिक जांच के किसी पर मुकदमा दर्ज नहीं होना चाहिए।” उन्होंने ऐलान किया कि साल 2024 का चुनाव भी वह भाजपा के साथ मिलकर लड़ेंगे।
ये पहली बार नहीं है जब मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने योगी आदित्यनाथ और भाजपा पर निशाना साधा हो। ओम प्रकाश राजभर ने इससे पहले यानी 08 अप्रैल को कहा था कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में खुद को उपेक्षित महसूस करते हैं। प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने लखनऊ में संवाददाताओं से कहा, “कैबिनेट में सबकी बात सुनी जाती है, पर फैसले कुछ चार-पांच लोग ही लेते हैं। लगता है कि मुझे उपेक्षित किया जा रहा है।”