योगी का दावा- विकास के लिए मोदी के नक्शेकदम पर चलते हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार (19 जनवरी) को एक सभा को संबोधित करते हुए दावा कि अमेरिकी राष्ट्रपति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पदचिन्हों पर चलते हैं। सीएम योगी ने कहा-”जब अमेरिकी राष्ट्रपति से पूछा गया कि वह अपने देश का विकास कैसे करेंगे तो उन्होंने उत्तर दिया था कि जैसे नरेंद्र मोदी भारत के विकास के लिए काम कर रहे हैं, वैसे करूंगा। यह मोदी जी के लिए ही नहीं, 125 करोड़ भारतीयों के लिए गर्व की बात है।” सीएम योगी ने इससे पहले देश के विकास और धर्म को मजबूत करने के लिए जातिवाद के दंश को खत्म करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा- ”अगर हम धर्म को बचाना चाहते हैं तो हमें हमारे बीच में प्रचलित जातिवाद के रूप में बुरे व्यवहारों को खत्म करना पड़ेगा। हम समाज और देश को तभी बचा पाएंगे, जब हम ऐसे तत्वों की पहचान करेंगे जो विभाजन के लिए जिम्मेदार हैं और लोगों को जागरूक कर पाएंगे।”
When US President Donald Trump was asked how will he work for the development of his country, he answered just like Narendra Modi is working for the development of India. This is a matter of pride not only for Modi Ji but also 125 Crore Indians: UP CM Yogi Adityanath pic.twitter.com/jtFk08GCaa
— ANI UP (@ANINewsUP) January 19, 2018
योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को इलाहाबाद में शुरू हुए माघ मेले में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर जनता को संबोधित किया। सीएम योगी को धार्मिक अनुष्ठानों में अक्सर शिरकत करते देखा जाता है। योगी के सीएम रहते संत समाज अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की उम्मीद कर रहा है। संतों के एक वर्ग की तरफ से ऐसा भी कहा जाता है कि 2013 में उन्होंने नरेंद्र मोदी के लिए प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी की घोषणा की थी, जो सच साबित हुई थी, अब केंद्र में पीएम मोदी और सूबे में सीएम योगी के रहते राम मंदिर के निर्माण की पूरी उम्मीद है।
सीएम योगी पिछले कुछ दिनों से लगातार देश में जातिवाद और विभाजनकारी राजनीति पर निशाना साध रहे हैं, लेकिन इसी के साथ उन पर ऐसे आरोप भी लग रहे हैं कि वह राज्य को भगवा में रंगना चाहते हैं। पिछले दिनों लखनऊ के हज हाउस की दीवारों पर जब भगवा रंगा नजर आया तो मामले ने तूल पकड़ लिया था। सोशल मीडिया और चारों तरफ हुई आलोचना के बाद दो दिन में ही हज हाउस की दीवारों को उनके असली रंग में ला दिया गया था। सरकार की तरफ से कहा गया था कि ठेकेदार की गलती से ऐसा हुआ था।