योगी के मंत्री बोले- बीजेपी सरकार ने नहीं किए एक भी अच्छे काम, जनता ढूंढ़ लेगी नया विकल्प
योगी आदित्यनाथ सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री और सुहेलदेव भारत समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने एक बार फिर अपने बयान से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और योगी आदित्यनाथ सरकार को असहज किया है। राजभर ने कहा कि राज्य की बीजेपी सरकार ने अभी तक कोई भी अच्छा काम नहीं किया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लोग कांग्रेस के शासन काल से ऊब गए थे और विकल्प के तौर पर केंद्र में नरेंद्र मोदी को चुन लिया, उसी तरह उत्तर प्रदेश में भी जनता विकल्प ढूंढ़ लेगी। राजभर ने कहा, “लोगों ने मोदी जी को तब चुना जब उन्हें कांग्रेस से एक अच्छा विकल्प मिला। जनता कांग्रेस राज से खुश नहीं थी, इसलिए मोदी को चुनने का फैसला किया।”
ओमप्रकाश राजभर ने योगी सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश में सरकार बनाकर भाजपा के लोग सीना ठोंक रहे हैं लेकिन यह तभी संभव हुआ जब सपा-बसपा से संतुष्ट नहीं थे।” उन्होंने कहा कि हो सकता है कि आने वाले दिनों में जनता भाजपा से भी अच्छा विकल्प ढूंढ़ ले। उन्होंने पूछा कि जनता ने हमें चुना लेकिन हमने अब तक अच्छा क्या किया? बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब ओम प्रकाश राजभर ने योगी सरकार पर निशाना साधा हो। इससे पहले भी वो उल्टे-पुल्टे बयान देते रहे हैं। राज्य सभा चुनाव से पहले उन्होंने गठबंधन तोड़ने और सरकार छोड़ने की धमकी भी दी थी लेकिन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत कराया था।
इसी महीने 8 अप्रैल को भी ओमप्रकाश राजभर ने सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए कहा था कि वो योगी के नेतृत्व में खुद को उपेक्षित महसूस करते हैं। राजभर ने कहा था कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करने के बाद पार्टी के अगले कदम के बारे में तय करेंगे। फिर अमित शाह से उनकी मुलाकात भी हुई मगर 15-17 दिन बाद राजभर ने फिर से योगी आदित्यनाथ के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया।
राजभर की पार्टी ने पिछला विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ा था, जिसमें उसके चार विधायक जीते थे। प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा और उसके सहयोगी दलों के पास कुल 324 विधायक हैं। राज्यसभा चुनाव से पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने ओम प्रकाश राजभर को भरोसा जताया था कि उनकी समस्याओं का सकारात्मक समाधान निकाला जाएगा। तब राजभर ने राज्यसभा चुनावों में भाजपा उम्मीदवारों को समर्थन देने की बात कही थी। हालांकि, उनके दो विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी।