योगी सरकार ने हज हाउस की दीवारों से हटवाया भगवा रंग, ठेकेदार पर मढ़ा आरोप
उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित हज समिति के दफ्तर की दीवारें फिर अपने रंग में आ गई हैं। शुक्रवार (5 जनवरी) को भगवा रंग में रगी दीवारों की तस्वीरों ने मीडिया का ध्यान खींचा था, जिस पर सियासत गरमा गई थी। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक हज समिति के सचिव आरपी सिंह ने बताया कि ठेकेदार की गलती से ऐसा हुआ था। इससे पहले सोशल मीडिया में हज हाउस की तस्वीरें वायरल हो रही थीं। कहा जा रहा है कि सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर यूपी के हज हाउस की दीवारों को भी भगवा कर दिया गया। एनएनआई ने शुक्रवार को ट्वीट में लिखा था- योगी आदित्य नाथ के कार्यकाल में सभी सरकारी दफ्तरों की दीवारों को उनके पसंदीदा भगवा रंग में बदला जा रहा है। मामले में विवाद बढ़ता देख सूबे के कैबिनेट मंत्री मोहसिन रजा ने अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि भगवा रंग ऊर्जा देने वाला और चमकीला होता है। इससे इमारतें खूबसूरत दिखाई देती है। विपक्ष के पास हमारे खिलाफ कोई बड़ा मुद्दा नहीं है।
इससे पहले दिसंबर में पीलीभीत के 100 से ज्यादा सरकारी स्कूलों की दीवारों को भगवा कर दिया गया था। बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं जब सूबे में नई सरकार आने के बाद ऐसी खबरें सामने आई हों। इससे पहले लखनऊ में योगी के दफ्तर की इमारत पर भगवा रंग किया गया था। बाहरी दीवारों से लेकर छत पर केसरिया रंग किया गया था। अंदर सीएम के कमरे में तौलिया, मेजपोश और सोफा समेत सब कुछ केसरिया रंग का लगाया गया था। सीएम योगी का दफ्तर लाल बहादुर शास्त्री भवन में हैं, जिसे एनेक्सी कहा जाता है।
सालों से सफेद रंग में नजर आ रहा एनेक्सी योगी काल में रंगीन हो गया। भवन के बाहर की दीवारों को केसरिया रंग से पोता गया। छत और अंदर के कमरों में भी कुछ ऐसा ही किया गया। इतना ही नहीं, सीएम इस भवन में पांचवीं मंजिल पर बैठते हैं। उनके कमरे में कुर्सी पर केसरिया रंग का तौलिया लगाया गया। जबकि मेजपोश और सोफा का रंग भी केसरिया जैसा है।