योगेंद्र यादव का आरोप- बहन के नर्सिंग होम पर मोदी सरकार ने रेड कराई, अस्पताल सील कर दिया

स्वराज इंडिया पार्टी के संस्थापक और आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता योगेंद्र यादव ने मोदी सरकार पर अपने परिवार को तंग करने का आरोप लगाया है। कहा कि मोदी सरकार द्वारा उनके परिवार को बेवजह निशाना बनाया रही है। केंद्र सरकार और हरियाणा राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ बोलने की वजह से ऐसा किया जा रहा है, ताकि उन्हें परेशान किया जा सके। योगेंद्र यादव ने ट्वीट कर कहा कि बौखलाई मोदी सरकार अब मेरे परिवार के पीछे पड़ी है। परसों मेरी रेवाड़ी की पदयात्रा पूरी हुई। न्यूनतम समर्थन मूल्य और ठेका बंदी का आंदोलन शुरू हुआ। आज सुबह रेवाड़ी में मेरी बहन, जीजा और भांजे के अस्पताल और नर्सिंग होम पर इनकम टैक्स की रेड पड़ी। मोदी जी, मेरी जांच करो। मेरे घर रेड करो। परिवार को क्यों तंग करते हो? उन्होंने आगे कहा कि मेरी सूचना के अनुसा, आज सुबह 11 बजे दिल्ली से इनकम टैक्स और गुडगांव पुलिस के 100 लोगो ने रेवाड़ी और कलावती और कमला नर्सिंग होम पर छापा मारा। डॉक्टरों को केबिन में बंद किया है, अस्पताल (जिसमे नवजात बच्चों का आईसीयू भी है) सील कर दिया है, धमकाने की कोशिश जारी है।
मेरी सूचना के अनुसार: आज सुबह 11 बजे दिल्ली से इनकम टैक्स और गुडगाँव पुलिस के 100 लोगो ने रेवाड़ी और कलावती और कमला नर्सिंग होम पर छापा मारा। डॉक्टरों को केबिन में बंद किया है, हस्पताल (जिसमे नवजात बच्चों का ICU भी है) सील कर दिया है, धमकाने की कोशिश जारी है।
योगेन्द्र यादव के इस ट्वीट पर लोगों ने रिट्वीट कर कहा कि भाईसाहब आप तो इतने ज्ञानी जरूर हैं कि जान सके की जांच गुनहगारों के गुनाहों की ही होती है न की उसके रिश्तेदारों की। आप गुनहगार नहीं हो तो आपकी जांच कैसे होगी? जिसकी जांच हो रही है अगर वो गुनहगार नहीं है तो घबराने की क्या जरूरत?
दरअसल, योगेंद्र यादव ने बीते दिनों सरकार की नीतियों के विरोध में रेवाड़ी यात्रा की थी। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग शराब ठेकों के विरोध में सड़क पर उतरे थे। यादव ने कहा कि उन्होंने नौ दिनों में 127 गांवों की यात्रा की और इस दौरान 250 किलोमीटर पैदल चले। 70 नुक्कड़ सभाएं की। इस दौरान उन्होंने फसल की न्यूनतम समर्थन मूल्य के मुद्दे को भी लोगों के बीच उठाया। केंद्र सरकार ने हाल में खरीफ फसलों के लिए न्यनजत सतर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की घोषणा की थी। इस फैसले का कृषि क्षेत्र से जुड़े लोगों ने स्वागत भी किया।