यो-यो टेस्ट में फेल हुए संजू सैमसन, इंग्लैंड जाने वाली टीम से बाहर
आईपीएल के स्टार क्रिकेटर और सलामी बल्लेबाज संजू सैमसन अब भारत-ए टीम के इंग्लैंड दौरे पर नहीं जाएंगे। इस खबर से निश्चित रूप से उनके प्रशंसकों को निराशा होगी। संजू सैमसन को भारत की जूनियर टीम के कोच ‘द वॉल’ यानी राहुल द्रविड़ का चहेता माना जाता है। आईपीएल में भी उन्होंने संजू सैमसन के खेल पर काफी मेहनत की थी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई ने उन्हें यो-यो टेस्ट में फेल होने के कारण टीम से बाहर किया है। अब 23 साल के संजू सैमसन इंग्लैंड का दौरान नहीं कर सकेंगे।
नहीं छू सके जादुई आंकड़ा: श्रेयस अय्यर की कप्तानी वाली टीम शनिवार (9 जून) को दौरे के लिए दिल्ली से लंदन गई थी। लेकिन जाने वाली टीम के खिलाड़ियों में संजू का नाम शामिल नहीं था। बाद में मीडिया में इस संबंध में खबर प्रकाशित की गई थी। खबर के मुताबिक इंग्लैंड दौर पर जाने वाले हर खिलाड़ी के लिए 16.1 का स्कोर हासिल करना अनिवार्य था। अंकों का ये आंकड़ा भारतीय टीम के हर खिलाड़ी के लिए हासिल करना अनिवार्य माना जाता है। संजू इस आंकड़े को हासिल करने में नाकामयाब साबित हुए थे।
संभावनाओं से भरे हैं संजू: संजू सैमसन संभावनाओं से भरपूर खिलाड़ी हैं। उन्होंने आईपीएल के सीजन 10 में 15 पारियों में 31.50 के औसत से 441 रन बनाए हैं। आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स के कोच राहुल द्रविड़ ने उनके खेल पर काफी मेहनत की थी। उन्हें कई बार संजू के साथ मैदान पर पसीना बहाते हुए भी देखा गया था। टीम के रवाना होने से पहले बेंगलुरु की नेशनल क्रिकेट अकादमी ने सभी खिलाड़ियों का यो-यो टेस्ट लिया था। इस टेस्ट में संजू का स्कोर उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। टीम के रवाना होने से पहले संजू सैमसन का रिप्लेसमेंट नहीं मिल सका है। उम्मीद है जल्द ही किसी को भेजा जाएगा।
कर रहे हैं धुआंधार प्रदर्शन: संजू ने हाल ही में खत्म हुई इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 11वें सत्र के अलावा विजय हजारे ट्रॉफी में भी जोरदार प्रदर्शन किया था, जिसकी वजह से उन्हें इंग्लैंड दौरे पर मौका मिला था। उल्लेखनीय है कि दौरे पर जाने वाली टीम में एक और विकेटकीपर ऋषभ पंत मौजूद हैं। 14 जून को बेंगलुरु में होने वाले अफगानिस्तान के खिलाफ इकलौते टेस्ट के लिए भारतीय टीम में शामिल खिलाड़ियों का यो-यो टेस्ट भी 9 जून को हुआ था। इस टेस्ट में कोई भी भारतीय खिलाड़ी फेल नहीं हुआ। आयरलैंड और इंग्लैंड के लिए घोषित वनडे और टी-20 टीम में शामिल कुछ अन्य खिलाड़ियों का फिटनेस टेस्ट 15 और 16 जून को होना है।
क्या है यो-यो टेस्ट: टीम इंडिया के कंडिशनिंग कोच शंकर बासु ने खिलाड़ियों के लिए रैंडम फिटनेस टेस्ट ज़रूरी बना दी है। इसके तहत खिलाड़ियों को कड़ी ट्रेनिंग से गुज़रना होता है।खिलाड़ियों की फिटनेस को तय करने वाला ‘यो-यो टेस्ट’ बासु की परियोजना है। इसी के तहत संजू सैमसन को टीम से बाहर रखा गया है।
ऐसे होता है टेस्ट पास: खिलाड़ियों की फिटनेस परखने के लिए यो-यो टेस्ट ‘बीप’ टेस्ट का एडवांस वर्जन है। 20-20 मीटर की दूरी पर दो लाइनें बनाकर कोन रख दिए जाते हैं। एक छोर की लाइन पर खिलाड़ी का पैर पीछे की ओर होता है और वह दूसरे की तरफ वह दौड़ना शुरू करता है। हर मिनट के बाद गति और बढ़ानी होती है और अगर खिलाड़ी वक्त पर लाइन तक नहीं पहुंच पाता तो उसे दो बीप्स के भीतर लाइन तक पहुंचना होता है। अगर वह ऐसा करने में नाकाम होता है तो उसे फेल माना जाता है। औसतन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी यो-यो टेस्ट में 21 का स्कोर करते हैं। टीम इंडिया में विराट, रवींद्र जाडेजा, मनीष पांडे लगातार यह स्कोर हासिल कर रहे हैं, जबकि बाकी खिलाड़ियों का स्कोर या तो 19.5 है या उससे ज़्यादा। इंडिया की टीम-ए के लिए ये स्कोर 16.1 का रखा गया है।
बाहर बैठ रहे हैं स्टार खिलाड़ी: नए नियम के मुताबिक टीम इंडिया में खेलने के लिए सभी खिलाड़ियों को यो-यो टेस्ट निकालना ही पड़ता है। ये टेस्ट राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी, बेंगलुरु में किया जाता है। वैसे तो टीम इंडिया को नियमित तौर पर कई तरह के फिटनेस टेस्ट से गुज़रना पड़ता है। इनमें ‘यो-यो’ टेस्ट सबसे ज़रूरी है। इसी टेस्ट के कारण मौजूदा भारतीय टीम को सबसे फिट टीम माना जाता हैैै। लेकिन टीम इंडिया के कई टॉप खिलाड़ी भी यो-यो टेस्ट पास करने में नाकाम रहे हैं।