यौन शोषण के मामलों में एक्टर ने धर्म घुसाया, बोला- इस्लाम सही था जिसने औरत और मर्द में फर्क किया
यौन शोषण के मामलों में पाकिस्तानी अभिनेता हमजा अली अब्बासी ने धर्म का तर्क रखते हुए अपना पक्ष रखा है। अब्बासी ने ट्वीट कर अपनी बात कही, जिस पर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। हमजा का ट्वीट वायरल हो रहा है। हमजा ने अंग्रेजी में ट्वीट में जो लिखा, उसका मतलब कुछ इस प्रकार है- ”आकस्मिक विचार: इस #MeToo ( इस हैशटैग का इस्तेमाल यौन उत्पीड़न के खिलाफ महिलाओं के आंदोलन के रूप में हो रहा है।) की वैश्विक महामारी के उदय के साथ, मैं यह अहसास करना शुरू कर रहा हूं कि दो लैंगिकताओं को इंगित करने वाला इस्लाम सही था। जिसे आधुनिकता कहा जाता है, वह हमें एक ऐसे बिंदु पर ले आई है जहां फ्लर्टिंग (डोरे डालना) और हरासमेंट (उत्पीड़न) के बीच की रेखा बेहद धुंधली हो गई है।” हमजा ने यह ट्वीट ऐसे समय किया है जब बॉलीवुड में भी कई फिल्मों में काम कर चुके पाकिस्तानी अभिनेता अली जफर के खिलाफ उनकी एक पूर्व सहकर्मी और पाकिस्तानी महिला गायक कलाकार मीशा शफी समेत कई महिलाओं ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं।
मीशा शफी ने जफर अली के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाते हुए ट्वीट में #MeeToo का जिक्र किया था और बाकी महिलाओं ने भी इसका इस्तेमाल किया। हमजा अली के ट्वीट पर एक यूजर ने उनकी पुरानी किसी फिल्म के सीन स्कीनशॉट ही रीट्वीट कर दिया जिसमें अभिनेता स्वीमिंग पूल से निकलते हुए वहां से बिकनी में गुजरती एक महिला तो देखते हुए दिख रहे हैं।
एक यूजर ने पूछा- ”तो आपका मतलब है कि फ्लर्टिंग ठीक है? क्या फ्लर्टिंग हरासमेंट का ही एक रूप नहीं है?” हमजा ने इसका जवाब भी दिया।